नई दिल्ली, 23 सितंबर
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के एक स्वायत्त संस्थान, रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट (आरआरआई) के वैज्ञानिकों ने परमाणु माध्यम में एक उपयुक्त ऑप्टिकल प्रतिक्रिया प्राप्त की है जिसका उपयोग महत्वपूर्ण मात्रा में प्रकाश को संग्रहीत करने के लिए किया जा सकता है।
जर्नल फिजिका स्क्रिप्टा में प्रकाशित एक पेपर में उन्होंने कहा कि यह उच्च परिशुद्धता क्वांटम सेंसर के लिए कई क्वांटम प्रोटोकॉल के लिए अनुप्रयोगों को डिजाइन करने में मदद कर सकता है।
टीआईएफआर हैदराबाद के वैज्ञानिकों के सहयोग से टीम ने परमाणु माध्यम में क्वांटम हस्तक्षेप पैदा करने के लिए थर्मल पोटेशियम का उपयोग किया और परमाणुओं को दो लेजर रोशनी के अधीन किया।
इस परमाणु माध्यम के अंदर क्वांटम सुसंगतता नियंत्रण प्रकाश का उपयोग करके बनाई गई थी, जो एक लेजर भी है। ये जांच और नियंत्रण लाइटें पोटेशियम परमाणुओं का उपयोग करके प्रयोग करने के लिए अत्यधिक स्थिर लेजर स्रोतों से प्राप्त की गई थीं।
आरआरआई में क्वांटम मिक्सचर (क्यूमिक्स) लैब में डॉक्टरेट छात्र और प्रमुख लेखक गौरव पाल ने कहा, "इस काम की अभिनव प्रकृति सुसंगत माध्यम से विद्युतचुंबकीय रूप से प्रेरित पारदर्शिता (ईआईटी) अध्ययन करने के लिए पोटेशियम परमाणुओं के उपयोग में निहित है।"
ईआईटी - क्वांटम हस्तक्षेप घटना - परमाणु माध्यम में ऑप्टिकल प्रतिक्रिया को नाटकीय रूप से संशोधित करती है।
परमाणु सुसंगत माध्यम से गुजरने के बाद टीम ने जांच प्रकाश प्रतिक्रिया की खोज की।