गुरुग्राम, 10 जनवरी
हरियाणा में गुरुग्राम पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने एक प्रमुख टेलीकॉम कंपनी के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने कथित तौर पर पार्ट-टाइम जॉब/निवेश के नाम पर लोगों को व्हाट्सएप/टेलीग्राम के जरिए ठगने के लिए इंडोनेशियाई और चीनी धोखेबाजों को वर्चुअल नंबर मुहैया कराए थे।
साइबर क्राइम यूनिट के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) प्रियांशु दीवान ने बताया कि साइबर ईस्ट, गुरुग्राम की पुलिस टीम और केंद्रीय गृह मंत्रालय के भारतीय साइबर समन्वय केंद्र (आई4सी) की संयुक्त टीम ने तकनीकी विश्लेषण के आधार पर कार्रवाई करते हुए गुरुवार को संदिग्धों को पकड़ लिया।
आरोपियों की पहचान जिला बागपत (उत्तर प्रदेश) निवासी नीरज वालिया और हेमंत शर्मा के रूप में हुई है।
आरोपियों को गुरुग्राम के साइबर क्राइम ईस्ट पुलिस स्टेशन में धारा 318(4), 319, 61(2) बीएनएस के तहत गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता ने शिकायत दर्ज कराई है कि गुरुग्राम के एक लैंडलाइन नंबर से उसे कॉल आया, जिसमें उसे पार्ट टाइम जॉब ऑफर की गई। शिकायतकर्ता/पीड़ित को अलग-अलग होटलों के रिव्यू पोस्ट करने थे। टास्क पूरा करने पर पीड़ित के बैंक खाते में 200 रुपये ट्रांसफर किए गए। इसके बाद आरोपी ने पीड़ित को टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ लिया। कुछ टास्क के लिए उसके खाते में 2-3 बार छोटी-छोटी रकम ट्रांसफर की गई। बाद में उसे इन टास्क में निवेश करने और बड़ा मुनाफा कमाने के लिए पैसे ट्रांसफर करने के लिए बहलाया-फुसलाया गया। जब उसने अपने पैसे निकालने चाहे तो उससे और पैसे मांगे गए। पुलिस पूछताछ में पता चला कि नीरज टेलीकॉम कंपनी में साइट वेरिफायर के तौर पर काम करता है और हेमंत उसका टीम लीडर है। दीवान ने बताया कि आरोपी ने वारदात में इस्तेमाल लैंडलाइन नंबर/डीआईडी नंबर एकमदर्श सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम से जारी किया था। उक्त कंपनी के साइट पर मौजूद न होने के बावजूद आरोपी ने ट्राई के नियमों का उल्लंघन करते हुए उक्त कंपनी के नाम से लैंडलाइन नंबर जारी किया। उक्त नंबर का इस्तेमाल कर आरोपी के साथियों ने टास्क बेस्ड इन्वेस्टमेंट के नाम पर लोगों से ठगी की।
आरोपियों ने यह भी खुलासा किया कि फर्जी पते पर रजिस्टर्ड कंपनी एकमदर्श सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के ऑपरेशनल मैनेजर की मिलीभगत से इंडोनेशिया के एक व्यक्ति को उक्त लैंडलाइन नंबर/डीआईडी नंबर के अलावा कई और नंबर मुहैया कराए थे।
एसीपी दीवान ने बताया कि मामले की आगे की जांच जारी है। आरोपियों को गहन पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से ठगी में इस्तेमाल किए गए दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।