नई दिल्ली, 24 सितंबर
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने मंगलवार को कहा कि भारत में हर साल 13 लाख लोगों की मौत तंबाकू के कारण होती है।
लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में एक हाइब्रिड कार्यक्रम में तंबाकू मुक्त युवा अभियान के दूसरे संस्करण का वर्चुअली शुभारंभ करते हुए जाधव ने कहा, “भारत में हर साल करीब 13 लाख लोग तंबाकू के कारण अपनी जान गंवाते हैं।”
उन्होंने कहा, “युवाओं के बीच तंबाकू एक फैशन स्टेटमेंट बन गया है, लेकिन इससे कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियां हो सकती हैं।”
तंबाकू मुक्त युवा अभियान 2.0 का उद्देश्य युवाओं के स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती को तंबाकू के हानिकारक प्रभावों से बचाना है।
इसके तहत राज्य मंत्री ने भारत भर के चिकित्सा संस्थानों में तंबाकू निषेध केंद्रों का भी उद्घाटन किया।
जाधव ने युवाओं को तंबाकू के सेवन से ज्यादा अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए प्रेरित किया, क्योंकि यह देश के विकास से जुड़ा हुआ है।
राज्य मंत्री ने कहा कि “अच्छा स्वास्थ्य आंतरिक रूप से खुद के साथ-साथ बंद व्यक्ति की खुशी से भी जुड़ा हुआ है”।
उन्होंने बुजुर्गों से यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी लेने का भी आग्रह किया कि युवा तंबाकू के सेवन में न पड़ें।
नए 60-दिवसीय अभियान में पाँच प्रमुख क्षेत्रों को प्राथमिकता दी गई है। इसमें तंबाकू के खतरों के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाना; स्कूलों और कॉलेजों को तंबाकू से मुक्त रखने के लिए तंबाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थानों (टीओएफईआई) के लिए संशोधित दिशानिर्देशों के अनुपालन में सुधार करना; तंबाकू नियंत्रण कानूनों, विशेष रूप से सीओटीपीए 2003 और इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट निषेध अधिनियम (पीईसीए) 2019 के प्रवर्तन को मजबूत करना, ताकि युवाओं की तंबाकू तक पहुँच सीमित हो; तंबाकू मुक्त गाँवों को बढ़ावा देना; और सोशल मीडिया आउटरीच को बढ़ावा देना।
अपारशक्ति खुराना, मनु भाकर, नवदीप सिंह, अंकित बैयानपुरिया, गौरव चौधरी और जान्हवी सिंह जैसी प्रसिद्ध हस्तियों, खिलाड़ियों और प्रभावशाली लोगों ने भी सभा को संबोधित किया और अपने विचार साझा किए।
पहला तंबाकू मुक्त युवा अभियान पिछले साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के उपलक्ष्य में शुरू किया गया था।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, यह अभियान बहुत सफल रहा और 1,42,184 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों और 12,000 से अधिक गांवों को तंबाकू मुक्त घोषित किया गया।