श्री फतेहगढ़ साहिब/30 सितंबर:
(रविंदर सिंह ढींडसा)
आरआईएमटी यूनिवर्सिटी ,मंडी गोबिंदगढ़ के कला और डिज़ाइन विभाग द्वारा 28 सितंबर, 2024 को एक दिवसीय कैलीग्राफी कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का संचालन प्रसिद्ध कैलीग्राफी कलाकार, हरपिंदर कौर द्वारा किया गया, जो पारंपरिक और आधुनिक कैलीग्राफी तकनीकों में अपनी विशेषज्ञता के लिए जानी जाती हैं।इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को कैलीग्राफी के कलात्मक और तकनीकी पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना था। फाइन आर्ट्स और फैशन डिज़ाइनिंग के छात्रों ने कार्यशाला में सक्रिय रूप से भाग लिया, और इस अनोखी कला को सीखने के लिए अत्यंत उत्साहित थे। कार्यशाला की शुरुआत कैलीग्राफी के इतिहास और विकास की जानकारी के साथ हुई, जिसके बाद विभिन्न शैलियों, उपकरणों और तकनीकों का प्रदर्शन किया गया।सुश्री हरपिंदर कौर ने छात्रों को अक्षर-रूप, स्ट्रोक्स, स्थान, और संयोजन पर अभ्यास करवाया, और प्रत्येक प्रतिभागी को व्यक्तिगत प्रतिक्रिया दी। छात्रों ने पारंपरिक और आधुनिक दोनों कैलीग्राफी शैलियों का अभ्यास करने का अवसर प्राप्त किया। इस कार्यशाला के दौरान, छात्रों ने विभिन्न कैलीग्राफी उपकरणों जैसे पेन, ब्रश और निब्स का उपयोग करते हुए अपने कौशल का विस्तार किया। कलाकार ने उन्हें लाइन वेरिएशन, स्याही नियंत्रण और डिज़ाइन संतुलन की जटिलताओं को समझने में मदद की।इस कार्यक्रम के माध्यम सेछात्रों ने कैलीग्राफी के उपकरणों और तकनीकों का व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त किया।उन्होंने पारंपरिक और समकालीन कैलीग्राफी शैलियों की समझ विकसित की।कार्यशाला ने छात्रों के लेटरिंग डिज़ाइन कौशल को निखारा, जिसका उपयोग वे फाइन आर्ट्स और फैशन डिज़ाइनिंग परियोजनाओं में कर सकते हैं।यह कार्यशाला छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण सीखने का अनुभव साबित हुई, जिसने उन्हें कैलीग्राफी को एक कला रूप के रूप में खोजने का रचनात्मक मंच प्रदान किया। कार्यक्रम का समापन छात्रों के कार्यों के प्रदर्शन और सुश्री हरपिंदर कौर के प्रेरणादायक शब्दों के साथ हुआ, जिन्होंने कैलीग्राफी में महारत हासिल करने के लिए निरंतर अभ्यास के महत्व पर बल दिया। इस अवसर पर कला और डिज़ाइन विभाग ने हरपिंदर कौर का उनके मूल्यवान योगदान के लिए हार्दिक धन्यवाद अर्पित किया व उन सभी छात्रों का आभार व्यक्त किया ,जिन्होंने इस कार्यशाला को सफल बनाने में सक्रिय भागीदारी दिखाई।