श्री फतेहगढ़ साहिब/1 अक्टूबर:
(रविंदर सिंह ढींडसा)
आरआईएमटी यूनिवर्सिटी के फॉरेंसिक साइंस के मास्टर्स छात्रों को AIMSR के एनाटॉमी और फॉरेंसिक मेडिसिन विभागों का दौरा करने का अवसर प्राप्त हुआ। इस शैक्षणिक यात्रा का आयोजन संस्थान के प्रधानाचार्य और फॉरेंसिक मेडिसिन के प्रोफेसर, डॉ. परमोद गोयल के सहयोग से किया गया था। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य वहाँ उपलब्ध मानव कंकाल सामग्री का अध्ययन करना था, जो शरीर दान कार्यक्रम के अंतर्गत प्राप्त की गई है। यह मालवा क्षेत्र में अपनी तरह का एकमात्र संग्रह है।इस यात्रा के माध्यम से छात्रों को बड़ी संख्या में कंकालों से हड्डियों का अध्ययन करने का अवसर मिला, जिससे उन्हें आयु, लिंग और अन्य महत्वपूर्ण विवरणों की पहचान करने में मदद मिली। इसके अलावा, छात्रों ने दफन स्थल का दौरा किया और हड्डियों की सफाई की प्रक्रिया को भी सीखा।इस दौरे के अतिरिक्त, ब्लड डोनेशन वीक के उपलक्ष्य में एक नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया गया, जिसमें रक्तदान के महत्व को दर्शाया गया। मेडिकल छात्रों का यह प्रयास प्रेरणादायक और सराहनीय था। इस शैक्षणिक यात्रा को सफल बनाने के लिए यात्रा के मेजबान डॉ. प्रो. परमोद गोयल का विशेष धन्यवाद किया गया। इस यात्रा के माध्यम से फॉरेंसिक विज्ञान का उद्देश्य न केवल तथ्यों को उजागर करना है, बल्कि उन तथ्यों के आधार पर समाज की सेवा करना है। आज आपने जो सिखा, वह आपको एक गहन समझ और एक नई दृष्टि देगा, जिससे आप आने वाले समय में फॉरेंसिक क्षेत्र में अधिक प्रभावी तरीके से योगदान दे सकें। चाहे वह हड्डियों की सफाई हो, दफन स्थलों का निरीक्षण हो, या व्यक्तिगत पहचान के लिए अवशेषों का अध्ययन—आपने आज के सत्र से इन सभी पहलुओं को नजदीकी से देखा है। इस यात्रा के दौरान सभी मेडिकल छात्रों और उनके प्रयासों की सराहना की गई,जिन्होंने इस संदेश को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया।