श्री फतेहगढ़ साहिब/1 अक्टूबर:
(रविंदर सिंह ढींडसा)
आरआईएमटी विश्वविद्यालय की आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) ने "परिणाम आधारित शिक्षा: सीखने को सुदृढ़ करना और परिणामों को मापना" शीर्षक से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों को परिणाम आधारित शिक्षा (ओबीई) के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आवश्यक ज्ञान और उपकरण प्रदान करना था।इस कार्यशाला के विशेषज्ञ वक्ता और आईक्यूएसी के निदेशक डॉ. सतीश सैनी ने पाठ्यक्रम परिणामों को मापने योग्य बनाने और उन्हें आकलनों के साथ संरेखित करने पर गहन मार्गदर्शन दिया। इसमें लगभग 60 संकाय सदस्यों ने भाग लिया और उन्होंने पाठ्यक्रम परिणामों और आकलन रणनीतियों को तैयार करने के व्यावहारिक सत्रों में सक्रिय रूप से भाग लिया। डॉ. सैनी ने ब्लूम के टैक्सोनॉमी के साथ परिणामों को संरेखित करने के महत्व पर जोर दिया और शिक्षण विधियों व फीडबैक प्रणाली की महत्ता पर चर्चा की।इस समापन भाषण में डॉ. सैनी ने विश्वविद्यालय नेतृत्व,विशेष रूप से कुलपति डॉ. बी. एस. बराड़ा, प्रोकुलपति डॉ. बी. एस. भाटिया, रजिस्ट्रार श्री राकेश मोहन और अकादमिक मामलों के डीन डॉ. जिबनानंद मिश्रा का आभार व्यक्त किया। उन्होंने आईक्यूएसी टीम के सदस्यों डॉ. अजय सिंह राणा, शुभरीत कौर और अमित कुमार के योगदान को भी सराहा।इस कार्यशाला में प्रतिभागियों ने कार्यशाला की व्यावहारिक जानकारी और ओबीई की व्यापक समझ की सराहना की। आईक्यूएसी ऐसे आयोजनों के माध्यम से आरआईएमटी विश्वविद्यालय में शैक्षणिक गुणवत्ता और शिक्षण प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।