चंडीगढ़, 5 अक्टूबर
पंजाब पुलिस के एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने बठिंडा पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर राज्य में संगठित अपराध को करारा झटका देते हुए जस्सा बुर्ज गैंग के सरगना जसप्रीत सिंह उर्फ जस्सा और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार कर डकैती की आशंका को नाकाम कर दिया। पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उनके कब्जे से चार .32 बोर की पिस्तौल और 11 कारतूस बरामद किए गए। गिरफ्तार किए गए तीन साथियों की पहचान गुलाबगढ़ गांव के करणवीर सिंह उर्फ करनी, चट्ठा गांव के रेशम सिंह और सेखू गांव के हरदीप सिंह उर्फ आरशी के रूप में हुई है। इन सभी का आपराधिक इतिहास रहा है और ये हथियार सप्लाई, स्नैचिंग, अपहरण और अन्य अपराधों में शामिल रहे हैं।
डीजीपी यादव ने बताया कि सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए एडीजीपी प्रमोद बान की देखरेख में एजीटीएफ की टीमों और बठिंडा पुलिस ने बठिंडा के रिंग रोड से आरोपियों को पकड़ा और उनके कब्जे से हथियार और गोला-बारूद बरामद किया। पुलिस टीमों का नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक जसपाल सिंह और सरबजीत सिंह तथा इंस्पेक्टर करणदीप सिंह कर रहे थे। डीजीपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी बठिंडा जिले के रामा मंडी इलाके में एक फाइनेंसर को निशाना बनाकर डकैती की योजना बना रहे थे।
उन्होंने बताया कि आगे की जांच चल रही है ताकि आगे की कड़ी का पता लगाया जा सके। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमनीत कोंडल ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी जसप्रीत सिंह और उसके साथी पिछले महीने डीएवी कॉलेज बठिंडा में हुई हिंसक घटना में भी शामिल थे। उन्होंने बताया कि आरोपी जसप्रीत पर जघन्य अपराध के कम से कम 11 आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस स्टेशन बठिंडा छावनी में शस्त्र अधिनियम की धारा 25 और 27 तथा भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 111 के तहत मामला दर्ज किया गया है।