चंडीगढ़, 9 अक्टूबर
अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बुधवार को भारत-पाकिस्तान सीमा पर बाड़बंदी के साथ सीमा चौकियों की सुरक्षा के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में बाढ़ सुरक्षा की परियोजना को मंजूरी दे दी, जिसकी लागत 176.29 करोड़ रुपये होगी। यहां राज्य बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और भारतीय सेना से सीमा चौकियों की सुरक्षा के लिए लगातार अनुरोध मिल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ये स्थल रावी, सतलुज और उझ नदियों के बाढ़ के पानी से प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि अतीत में राष्ट्रीय महत्व के रक्षा प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए सीमित राज्य निधि को डायवर्ट करना पड़ा था। हालांकि, मान ने कहा कि इन कार्यों के राष्ट्रीय सुरक्षा पहलू को देखते हुए सरकार ने राज्य में 28 स्थलों के लिए 176.29 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजना की कल्पना की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर सीमावर्ती क्षेत्रों में बाढ़ सुरक्षा कार्य चौकियों की सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि सीमा पार अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बाड़ लगाने और अन्य रक्षा ढांचे पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं।
मान ने कहा कि अब समय की मांग है कि बाढ़ सुरक्षा कार्यों को मजबूत किया जाए ताकि देश की सुरक्षा से समझौता न हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परियोजना में भारतीय सेना के साथ संयुक्त रूप से स्थलों की पहचान की गई है और ये अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर, पठानकोट और गुरदासपुर जिलों में आएंगे।
मान ने कहा कि यह कार्य 8.695.27 हेक्टेयर में किया जाएगा। 28 स्थलों में से सात फिरोजपुर में, 11 अमृतसर में, तीन तरनतारन में, पांच गुरदासपुर में और दो पठानकोट में हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना के तहत तरनतारन जिले में 1,788 फीट, फिरोजपुर जिले में 1,050 फीट और गुरदासपुर जिले में 2,875 फीट तटबंध प्रस्तावित है।