भुवनेश्वर, 16 अक्टूबर
भुवनेश्वर-कटक कमिश्नरेट पुलिस ने बुधवार को भुवनेश्वर के सुंदरपाड़ा इलाके में एक अपार्टमेंट में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया।
रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस को स्थानीय लोगों से सूचना मिली थी कि शहर के एयरफील्ड पुलिस की सीमा के अंतर्गत सुंदरपाड़ा इलाके में एक फ्लैट में कुछ संदिग्ध लोग रह रहे हैं और कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
भुवनेश्वर के डीसीपी पिनाक मिश्रा ने कहा, "प्रथम दृष्टया यह पाया गया है कि जालसाज यहां फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे। वे इस कॉल सेंटर पर देश और विदेश के विभिन्न व्यक्तियों को दुर्भावनापूर्ण लिंक भेजते थे। बाद में वे इन लिंक के माध्यम से पीड़ितों को ठगते थे।"
उन्होंने मीडियाकर्मियों को यह भी बताया कि छापेमारी के दौरान मौके से जब्त किए गए इलेक्ट्रॉनिक्स और अन्य उपकरणों की विशेषज्ञों द्वारा जांच की जाएगी। आगे की पूछताछ के लिए आरोपियों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे।
सूत्रों ने दावा किया कि पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल के छह लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिन्हें गुरुवार को अदालत में पेश किया जाएगा। आरोपी जालसाजों की पहचान समीर मोबिन, मोहम्मद जावेद हुसैन, मोहम्मद तोसिफ, फैजान आलम, शाएब रजा और मोहम्मद हैदर अली के रूप में हुई है। सभी आरोपी पश्चिम बंगाल के कोलकाता के रहने वाले हैं। पुलिस ने कथित तौर पर छह लैपटॉप, 11 मोबाइल फोन और जियो एयरफाइबर, केबल, वाई-फाई राउटर, आउटडोर डिवाइस आदि जैसे अन्य सामान जब्त किए हैं।
कमिश्नरेट पुलिस सूत्रों ने कहा, "वे मैकएफी और नॉर्टन फिशिंग मेल के संबंध में पीड़ितों (राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों) को ईमेल बमबारी भेजते हैं, जिन्होंने एंटीवायरस की सदस्यता ली है, खुद को मैकएफी और नॉर्टन ग्राहक सेवा व्यक्ति के रूप में पेश करके।" "फिशिंग मेल में, वे टोल-फ्री नंबर यानी +18454784236 प्रदान करते हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जब ग्राहक टोल-फ्री नंबर पर कॉल करता है और जब उन्हें कॉल प्राप्त होती है और कॉल स्काइप कॉल और वीओआईपी कॉल पर रीडायरेक्ट हो जाती है, तो वे दूर से ही सिस्टम तक पहुंच बनाते हैं और उसका नियंत्रण अपने हाथ में ले लेते हैं, फिर ग्राहक वांछित राशि (डॉलर) का उपहार कार्ड भेजता है और वे हवाला लेनदेन की तरह विभिन्न तरीकों से उसे भारतीय रुपये में बदल देते हैं और उन्हें धोखा देते हैं।
उल्लेखनीय है कि कमिश्नरेट पुलिस ने इस साल अगस्त में भुवनेश्वर में एक सिम बॉक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया था और इस सिलसिले में राजू मंडल नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था।