चंडीगढ़, 9 अप्रैल
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर राज्य से नशे की समस्या को खत्म करने के लिए ‘युद्ध नशिया विरुद्ध’ के तहत नशे के खिलाफ जंग बुधवार को 40वें दिन में प्रवेश कर गई।
पंजाब पुलिस ने बुधवार को 111 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से 3.7 किलोग्राम हेरोइन, 253 किलोग्राम चूरापोस्त और 98,800 रुपये की ड्रग मनी बरामद की।
एक अधिकारी ने बताया कि महज 40 दिनों में गिरफ्तार किए गए कुल नशा तस्करों की संख्या 5,535 तक पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि यह अभियान पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव के निर्देश पर सभी 28 पुलिस जिलों में एक साथ चलाया गया।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री मान ने पुलिस आयुक्तों, उपायुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए कहा है।
सरकार ने नशे के खिलाफ जंग की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कैबिनेट उप-समिति का भी गठन किया है।
विशेष डीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि 77 राजपत्रित अधिकारियों की निगरानी में 1,100 से अधिक पुलिसकर्मियों वाली 200 से अधिक पुलिस टीमों ने 399 स्थानों पर छापेमारी की है, जिसके परिणामस्वरूप राज्य भर में 66 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने दिन भर चले अभियान के दौरान 437 संदिग्ध लोगों की जांच भी की है। इस बीच, राज्य सरकार ने नशीले पदार्थों के उन्मूलन के लिए प्रवर्तन, नशामुक्ति और रोकथाम (ईडीपी) नामक तीन-आयामी रणनीति लागू की है। मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले नेटवर्क को बड़ा झटका देते हुए अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने इस सप्ताह दावा किया कि उसने कक्कड़ गांव निवासी तमनदीप सिंह को गिरफ्तार किया है और उसके कब्जे से दो किलोग्राम हेरोइन और 900 ग्राम आईसीई (क्रिस्टल मेथ) बरामद किया है। लोपोके थाने में एनडीपीएस अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। डीजीपी ने कहा कि आगे और पीछे के संबंधों का पता लगाने और इसमें शामिल पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए आगे की जांच जारी है।