नई दिल्ली, 22 अक्टूबर
भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने मंगलवार को भारत में कनेक्ट करने, संचार करने और अपनी डिजिटल सुरक्षा को बढ़ाने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव लाने के उद्देश्य से सात नई पहलों की घोषणा की।
नई पहल तीन प्रमुख स्तंभों - सुरक्षा, सामर्थ्य और विश्वसनीयता पर आधारित है।
बीएसएनएल ने अपना नया लोगो भी जारी किया, जो भारत के हर कोने में सुरक्षित, किफायती और विश्वसनीय कनेक्टिविटी प्रदान करने पर इसके नए फोकस को दर्शाता है। लोगो को केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने संचार राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासनी चंद्रशेखर की उपस्थिति में लॉन्च किया।
बोल्ड टैगलाइन 'कनेक्टिंग भारत' शहरी और ग्रामीण भारत दोनों को जोड़ने वाले आधुनिक, विश्वसनीय दूरसंचार नेटवर्क की पेशकश करके डिजिटल डिवाइड को पाटने के बीएसएनएल के अटूट मिशन को उजागर करती है।
बीएसएनएल ने कहा कि इसका स्पैम-ब्लॉकिंग समाधान स्वचालित रूप से फ़िशिंग प्रयासों और दुर्भावनापूर्ण एसएमएस को फ़िल्टर करता है और ग्राहकों को अलर्ट जारी किए बिना उपयोगकर्ताओं के लिए एक सुरक्षित संचार वातावरण बनाता है, जिससे सभी उपयोगकर्ताओं के लिए निर्बाध और सुरक्षित संचार सुनिश्चित होता है।
बीएसएनएल ने कहा, "बीएसएनएल अपने एफटीटीएच ग्राहकों के लिए अपनी तरह की पहली निर्बाध वाई-फाई रोमिंग सेवा शुरू कर रहा है, जिससे बीएसएनएल हॉटस्पॉट पर बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के हाई-स्पीड इंटरनेट एक्सेस संभव होगा, जिससे उपयोगकर्ताओं के लिए डेटा लागत कम होगी।" बीएसएनएल की फाइबर-आधारित इंट्रानेट टीवी सेवा अपने एफटीटीएच नेटवर्क के माध्यम से 500 से अधिक लाइव चैनल और पे टीवी प्रदान करती है। यह सेवा सभी बीएसएनएल एफटीटीएच ग्राहकों के लिए बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के उपलब्ध होगी। बीएसएनएल के अनुसार, टीवी देखने के लिए उपयोग किए जाने वाले डेटा में एफटीटीएच डेटा पैक का उपयोग नहीं होगा।
बीएसएनएल ने सी-डैक के साथ साझेदारी में खनन कार्यों के लिए विश्वसनीय, कम विलंबता वाली 5जी कनेक्टिविटी शुरू की है, जिसमें भारत में निर्मित उपकरणों और बीएसएनएल की तकनीकी विशेषज्ञता का लाभ उठाया गया है। यह सेवा भूमिगत खदानों और बड़ी खुली खदानों में उन्नत एआई और आईओटी अनुप्रयोगों को सक्षम बनाती है, जिन्हें उच्च गति वाली कम विलंबता कनेक्टिविटी की आवश्यकता होती है, जैसे सुरक्षा विश्लेषण, एजीवी का वास्तविक समय रिमोट कंट्रोल, एआर-सक्षम रिमोट रखरखाव, बेड़े की ट्रैकिंग और अनुकूलन आदि।