हैदराबाद, 22 अक्टूबर
एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को सिकंदराबाद के जवाहर नगर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) स्कूल को बम की धमकी मिलने के बाद खाली कराया गया।
राचकोंडा और साइबराबाद कमिश्नरेट की पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने परिसर की गहन तलाशी ली, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।
बम की धमकी ईमेल के जरिए भेजी गई थी, जिसके बाद मंगलवार सुबह छात्रों और कर्मचारियों को तुरंत बाहर निकाला गया।
स्कूल अधिकारियों और स्थानीय पुलिस ने सभी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए इमारत को खाली कराने के लिए तेजी से कार्रवाई की। जवाहर नगर पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि छात्रों को वापस घर भेज दिया गया है।
स्निफर डॉग के साथ बम निरोधक दस्ते को स्कूल परिसर की गहन तलाशी के लिए तैनात किया गया था, लेकिन उन्हें कोई विस्फोटक नहीं मिला।
राचकोंडा कमिश्नर सुधीर बाबू और कुशाईगुडा एसीपी महेश सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर स्थिति का आकलन किया।
रविवार को दिल्ली के रोहिणी इलाके में सीआरपीएफ स्कूल के पास हुए धमाके के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में स्थित सीआरपीएफ स्कूलों को ईमेल के जरिए बम की धमकियां मिली हैं। इसमें दावा किया गया है कि मंगलवार सुबह 11 बजे तक तीनों परिसरों में बम विस्फोट हो सकता है।
पुलिस और अन्य एजेंसियों द्वारा गहन जांच के बाद सभी बम धमकियां झूठी साबित हुईं।
जांच एजेंसियां फर्जी मेल के स्रोत और निर्माता की जांच कर रही हैं।
रविवार सुबह रोहिणी के प्रशांत विहार इलाके में सीआरपीएफ स्कूल के पास धमाका हुआ। इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन स्कूल परिसर की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई।
विस्फोट की जांच कई एजेंसियों द्वारा की जा रही है। सीआरपीएफ, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने मंगलवार को घटनास्थल का दौरा किया।
सुरक्षा और खुफिया एजेंसियां विस्फोट में खालिस्तानी समर्थकों की संदिग्ध भूमिका की जांच कर रही हैं।
तीन स्कूलों में बम की धमकियों के बाद अधिकारियों ने एहतियात के तौर पर अन्य सीआरपीएफ स्कूलों के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है।
सीआरपीएफ देश का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल है और इसके जवान माओवादी विरोधी अभियानों, जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों और पूर्वोत्तर में उग्रवाद विरोधी अभियानों में तैनात हैं।
यह अर्धसैनिक बल देश भर में कई स्कूल चलाता है।