चंडीगढ़, 25 अक्टूबर
कैप्टन अमरिंदर सिंह के खन्ना अनाज मंडी जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पंजाब के वित्तमंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह अक्सर गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलते रहते हैं, तो आज तक उनके सामने पंजाब के किसानों और आढ़तियों के मुद्दे क्यों नहीं उठाए?
चीमा ने कहा कि अब कैप्टन की राजनीतिक जमीन पूरी तरह खत्म हो गई है। जनता नकार चुकी है तो तो वह मंडियों में जाकर किसानों के प्रति सहानुभूति का दिखावा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग जानते हैं कि पूरी की पूरी समस्या केंद्र सरकार ने खड़ी की है। केंद्र सरकार ने समय पर गोदामों से चावल नहीं उठाए। समय पर शेलर मालिकों - आढ़तियों की बात नहीं सुनी जिसके कारण आज पंजाब के किसान और आढ़ती परेशान हो रहे हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी भाजपा पंजाब से नफरत करती है। वह पंजाब के किसानों और आढ़तियों से नफरत करती है। इसलिए जानबूझकर उन्हें परेशान कर रही है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को पता है केंद्र सरकार ने पंजाब के विभिन्न फंडों के हजारों करोड़ रुपए रोक रखे हैं। केन्द्र कई सालों से आरडीएफ एमडीएफ और एनएचएम के फंड रोके हुए है, लेकिन कैप्टन ने आज तक केंद्र के सामने इन मुद्दों को नहीं उठाया।
वहीं जब मोदी सरकार तीन काले कृषि कानून लेकर आई थी उस समय भी कैप्टन अमरिंदर सिंह केंद्र का साथ दे रहें थे। उस समय आम आदमी पार्टी विपक्ष में थी और हम बार-बार बोलते थे कैप्टन मुख्यमंत्री से ज्यादा बीजेपी के एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं। इसलिए मुख्यमंत्री के पद से हटते ही बीजेपी में शामिल हो गए वह जब मुख्यमंत्री थे तब भी उन्होंने कभी पंजाब के किसानों, शेलर मालिकों और आढ़तियों बात नहीं की। आज अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन हासिल करने के लिए ये सब ड्रामा कर रहे हैं।