श्री फतेहगढ़ साहिब/26 अक्तूबर:
(रविंदर सिंह ढींडसा)
देश भगत यूनीवरसिटी (डी.बी.यू.) की ओर से अपना 12वां स्थापना दिवस मनाया गया जिस दौरान आयोजित एक समागम में बढी संख्या में फैकल्टी, स्टाफ़ और विद्यार्थी हाजऱ थे। इस समागम के जशन केसाथ देश भगत यूनिवर्सिटी ने शिक्षा में विकास, उत्तमता और विश्वव्यापी पहुंच की विरासत को उजागर किया। इस कार्यक्रम के महत्व को बढ़ाते हुए, एडवोकेट हरदेव सिंह ने इस मौके विशेष महिमान के रूप में शिरकत की अते अपने प्रेरना भरे शब्दों के साथ विद्यारथियों का हौंसला बढाया।इस मौके देश भगत यूनीवरसिटी के चांसलर डॉ. ज़ोरा सिंह, प्रो-चांसलर डा. तजिंदर कौर ने डीबीयू के भविष्य के लिए अपना दृष्टिकोण साझा किया। उन्होंने कहा कि हमारी यूनीवरसिटी की स्थापना समावेशी, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए की गई है जो व्यक्तियों को सशक्त बनाती है और पूरे समाज को लाभ पहुँचाती है। डीबीयू अपनी वैश्विक उपस्थिति का विस्तार करने, नवाचार को बढ़ावा देने और दुनिया भर के छात्रों के लिए अवसर और सीखने के एक केंद्र केतौर पर स्थापित है। इस दौरान प्रो चांसलर डा तजिन्दर कौर भी विशेष तौर पर हाजर थे।अपने सम्बोधन में वाईस चांसलर डा. अभिजीत जोशी ने उत्कृष्टता और शोध के प्रति डीबीयू की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जब हम भविष्य की ओर देखते हैं, हमारा उद्देश्य डीबीयू को अत्याधुनिक ज्ञान के केंद्र और वैश्विक शिक्षा में अग्रणी के रूप में आगे बढ़ाना है। हम अपनी शोध पहलों को आगे बढ़ाने और शिक्षा जगत में नए मानक स्थापित करने के लिए समर्पित हैं।समागम दौरान छात्रों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं, जो कि यूनीवरसिटी की विविधता और प्रतिभा का प्रदर्शन करती थीं। छात्रों ने विभिन्न भारतीय राज्यों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ प्रस्तुत कीं और अंतर्राष्ट्रीय छात्रों ने अपनी अनूठी प्रतिभा और परंपराओं का प्रदर्शन करके उत्सव में चार चाँद लगा दिए। वाईस प्रैज़ीडैंट डी.बी.यू. डॉ. हर्ष सदावर्ती ने विशेष महिमानों और उपस्थित सभी लोगों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हमारे डीबीयू परिवार - छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों और कर्मचारियों का- इस संस्थान को आज जैसा बनाने में उनकी प्रतिबद्धता और समर्थन के लिए धन्यवाद। हम सब मिलकर एक उज्जवल भविष्य को आकार दे रहे हैं और डीबीयू की विरासत को कायम रख रहे हैं।उन्होंने आगे कहा कि देश भगत यूनीवरसिटी उपलब्धियों, नवाचार और प्रभाव के कई ओर वर्षों की आशा करता है, क्योंकि यह सशक्तीकरण और शिक्षा के अपने मिशन को जारी रखेगा।