नई दिल्ली, 28 अक्टूबर
एक अध्ययन के अनुसार, लॉन्ग-कोविड--कोविड-19 के बाद बीमारी का जारी रहना-अन्य श्वसन संक्रमणों के बाद आम है।
ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की एक टीम ने 190,000 प्रतिभागियों के डेटा का विश्लेषण किया। उन्होंने उन्हें इस प्रकार वर्गीकृत किया: वे लोग जो कोविड के कारण अस्पताल में भर्ती थे और वे लोग जो अन्य निचले श्वसन पथ के संक्रमण (एलआरटीआई) के साथ अस्पताल में भर्ती थे। फिर इनकी तुलना एक ऐसे संदर्भ समूह से की गई, जिसमें कोई एलआरटीआई अस्पताल में भर्ती नहीं था।
प्रतिभागियों ने कान, नाक और गले में देखे गए 45 विभिन्न शारीरिक और मनोवैज्ञानिक लक्षणों पर रिपोर्टिंग करते हुए सर्वेक्षण पूरा किया; श्वसन; न्यूरोलॉजिकल; जठरांत्र; और मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम।
जेएएमए नेटवर्क ओपन में प्रकाशित निष्कर्षों से पता चला है कि कोविड से अस्पताल में भर्ती लोगों में 45 में से 23 लक्षणों का जोखिम अधिक था। इसी तरह, गैर-कोविड एलआरटीआई के कारण अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या 45 में से 18 थी।
विश्वविद्यालय में एनडीओआरएमएस के डॉ. जुनकिंग झी ने कहा, "कोविड-19 के बाद के तीव्र प्रभाव अद्वितीय नहीं हैं"। जंकिंग ने बताया, "ये अन्य गंभीर श्वसन संक्रमणों के साथ भी हो सकते हैं।"