नई दिल्ली, 5 नवंबर
देश के सबसे बड़े आईपीओ हुंडई मोटर इंडिया ने अब तक निवेशकों को निराश किया है।
सार्वजनिक लिस्टिंग के बाद से ही शेयर में लगातार गिरावट आ रही है और मंगलवार को शेयर 1,829 रुपये पर बंद हुआ, जो इश्यू प्राइस 1,960 रुपये से करीब 7 फीसदी कम है।
हुंडई मोटर इंडिया के शेयर के कमजोर प्रदर्शन की वजह कंपनी की बिक्री में वृद्धि की कमी है।
अक्टूबर में कंपनी ने घरेलू बाजार में 55,568 वाहन बेचे। सालाना आधार पर इसमें महज 0.80 फीसदी की वृद्धि हुई, जो बाजार की औसत वृद्धि (जो 1.82 फीसदी थी) से काफी कम है।
पिछले साल इसी अवधि में कंपनी ने 55,128 वाहन बेचे थे।
हुंडई मोटर इंडिया का शेयर 22 अक्टूबर को लिस्ट हुआ था। शेयर 1.47 फीसदी की गिरावट के साथ 1,931 रुपये पर लिस्ट हुआ था। तब से शेयर में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है।
हुंडई मोटर इंडिया के 27,870 करोड़ रुपये के आईपीओ को निवेशकों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली। आईपीओ को दोगुने से ज्यादा सब्सक्रिप्शन मिले।
हुंडई मोटर इंडिया मारुति सुजुकी इंडिया के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी कार कंपनी है। जून 2024 में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी करीब 14 फीसदी थी। वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी ने 7.77 लाख वाहन बेचे, जिनमें से 21 फीसदी लैटिन अमेरिका, अफ्रीका, मध्य पूर्व और यूरोप जैसे देशों को निर्यात किए गए।
हुंडई मोटर इंडिया के देश में 1,550 सर्विस आउटलेट और 1,366 बिक्री आउटलेट हैं। वित्त वर्ष 2023-24 में हुंडई मोटर इंडिया का रेवेन्यू 69,829 करोड़ रुपये रहा। इस दौरान कंपनी को 6,060 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ और कंपनी का मार्जिन 13.1 फीसदी रहा। वित्त वर्ष 2024-25 की जून तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 17,344 करोड़ रुपये रहा। इस दौरान कंपनी को 1,489 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ और मार्जिन 13.5 फीसदी रहा।