नई दिल्ली, 5 नवंबर
सरकारी स्वामित्व वाली गैस दिग्गज गेल (इंडिया) लिमिटेड ने चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-सितंबर अवधि के लिए परिचालन से 66,622 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया, जबकि 2023-24 की इसी अवधि में यह 64,050 करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही (H1) के लिए कर-पूर्व लाभ (PBT) 7,095 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 5,019 करोड़ रुपये था। कंपनी का कर-पश्चात लाभ (PAT) H1 FY25 में 5,396 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 3,817 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने एक बयान में कहा, "गेल ने H1 FY2025 में अपना अब तक का सबसे अधिक अर्ध-वार्षिक EBITDA, PBT और PAT देखा है।" तिमाही-दर-तिमाही आंकड़े बताते हैं कि कंपनी का परिचालन से राजस्व Q2 FY-25 में 32,931 करोड़ रुपये रहा, जबकि Q1 FY-25 में यह 33,692 करोड़ रुपये था। Q1 FY-25 के दौरान 3,642 करोड़ रुपये के मुकाबले Q2 FY-25 में PBT 3,453 करोड़ रुपये रहा। Q1 FY-25 में 2,724 करोड़ रुपये के मुकाबले Q2 FY-25 में PAT 2,672 करोड़ रुपये रहा। जहां तक कंपनी के भौतिक प्रदर्शन का सवाल है, Q2 FY-25 में प्राकृतिक गैस संचरण मात्रा 130.63 MMSCMD रही और Q2 FY'25 में गैस विपणन मात्रा 96.60 MMSCMD थी। LHC और पॉलिमर की बिक्री Q2 FY-25 में क्रमशः 253 TMT और 226 TMT रही, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 218 TMT और 214 TMT थी।
वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में पेट्रोकेमिकल सेगमेंट ने 157 करोड़ रुपये का पीबीटी दर्ज किया, जबकि वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में इसमें 42 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। गेल के सीएमडी संदीप कुमार गुप्ता ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में पेट्रोकेमिकल सेगमेंट के यथोचित रूप से लाभदायक होने की उम्मीद है। समेकित आधार पर, कंपनी का परिचालन से राजस्व वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में 68,803 करोड़ रुपये रहा, जबकि वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में यह 65,898 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में पीबीटी 7,583 करोड़ रुपये रहा, जबकि वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में यह 5,421 करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में पीएटी (गैर-नियंत्रित हित को छोड़कर) 5,876 करोड़ रुपये रहा, जबकि वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में यह 4,236 करोड़ रुपये था। गेल ने चालू तिमाही के दौरान मुख्य रूप से पाइपलाइनों और पेट्रोकेमिकल्स पर 1,885 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय किया है, जिससे वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही तक संचयी निवेश 3,544 करोड़ रुपये हो गया है।