हैदराबाद, 15 नवंबर
हैदराबाद में यातायात प्रबंधन और 'ड्रंक एंड ड्राइव' जांच के लिए ट्रांसजेंडरों को स्वयंसेवकों के रूप में भर्ती किया जाएगा।
इन्हें पहले चरण में ग्रेटर हैदराबाद के व्यस्त इलाकों में यातायात प्रबंधन के लिए तैनात किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने अधिकारियों से राज्य में बढ़ती यातायात समस्याओं के समाधान के लिए ट्रांसजेंडरों को यातायात स्वयंसेवकों के रूप में नियुक्त करने को कहा है।
उन्होंने सुझाव दिया कि उनकी सेवाओं का उपयोग होम गार्ड की तरह किया जाए। इन्हें यातायात चौराहों पर तैनात किया जाएगा और सिग्नल जंपिंग और यातायात नियमों के अन्य उल्लंघनों को रोका जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों की जांच के लिए ट्रांसजेंडरों की सेवाओं का उपयोग किया जाना चाहिए। चूंकि हैदराबाद, साइबराबाद और राचकोंडा के तीनों आयुक्तालयों के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में नशे में गाड़ी चलाने के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, उन्होंने कहा कि ट्रांसजेंडरों को चेकिंग पॉइंट पर तैनात किया जा सकता है।
उन्होंने अधिकारियों से ट्रांसजेंडरों के लिए एक विशेष ड्रेस कोड को अंतिम रूप देने और होम गार्ड के वेतन के बराबर वेतन तय करने को कहा।
वह चाहते थे कि अधिकारी इस फैसले को प्रायोगिक आधार पर जल्द से जल्द लागू करें।