चंडीगढ़, 5 दिसंबर
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने लोगों से सिखों के नौवें गुरु, श्री गुरु तेग बहादुर जी द्वारा दिखाए गए धर्मनिरपेक्षता, मानवतावाद और बलिदान की भावना के दिखाए मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
गुरु साहिब जी के शहीदी दिवस पर एक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि 'हिंद की चादर' श्री गुरु तेग बहादुर जी ने धर्म की आज़ादी के साथ साथ धर्मनिरपेक्षता और मानवीय मूल्यों की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि गुरु जी का महान बलिदान मानवता के इतिहास में अद्वितीय और अनुपम है, जो अन्याय और ज़ुल्म के खिलाफ लड़ाई का प्रतीक है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सिखों के नौवें गुरु ने देश में मानव अधिकारों की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब में दर्ज श्री गुरु तेग बहादुर जी की पावन वाणी एकता, सर्वसमावेशिता, साहस, अधिकारों के लिए आवाज़ उठाने और करुणा का संदेश देती है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि महान गुरु को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम उनकी शिक्षाओं पर सच्ची भावना से चलें और जाति, रंग, नस्ल के भेदभाव से ऊपर उठकर, समर्पण और मिशनरी भावना के साथ समाज, विशेषकर गरीब और वंचित वर्गों की सेवा के लिए खुद को पुनः समर्पित करें।
मुख्यमंत्री ने लोगों से इस पावन अवसर को देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने के लिए सद्भावना और सामाजिक एकता की भावना के साथ मनाने की अपील की।