ग्वालियर, 9 दिसम्बर
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सरकारी चिकित्सा सुविधा कमला राजा अस्पताल की बाल चिकित्सा गहन चिकित्सा इकाई (पीआईसीयू) में सोमवार को आग लगने से एक आपदा बाल-बाल बच गई।
कथित तौर पर शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग ने पीआईसीयू में भर्ती 15 से अधिक नवजात शिशुओं के लिए गंभीर खतरा पैदा कर दिया। अस्पताल के कर्मचारियों की त्वरित कार्रवाई और अग्निशामक यंत्रों की उपलब्धता से एक त्रासदी को टालने में कामयाबी मिली।
सूत्रों के मुताबिक, यह आग कमला राजा अस्पताल में लंबे समय से चली आ रही समस्याओं को उजागर करती है। पुरानी बिजली की तारें, जिन्हें वर्षों से बदला नहीं गया है, ने शॉर्ट सर्किट को एक बार-बार होने वाली समस्या बना दिया है। पूर्ण नवीनीकरण के लिए बार-बार कॉल करने के बावजूद, पर्याप्त धन की कमी ने किसी भी उन्नयन को रोक दिया है।
अस्पताल, जिसमें 450 से अधिक बिस्तर हैं, सरकारी धन पर एक ट्रस्ट द्वारा संचालित किया जाता है। इसे पुरानी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें डॉक्टरों की भारी कमी और गैर-कार्यात्मक चिकित्सा उपकरण शामिल हैं, जिससे रोगी देखभाल अनिश्चित स्थिति में है।
पीआईसीयू में भीड़भाड़ विशेष रूप से चिंताजनक है, जहां अक्सर दो से चार नवजात शिशुओं को एक ही बिस्तर पर रहना पड़ता है। सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो ने गंभीर वास्तविकता को और उजागर कर दिया है, जिससे राज्य सरकार की गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की प्रतिबद्धता पर सवाल खड़े हो गए हैं।