नई दिल्ली, 14 दिसंबर
एनआईए ने शनिवार को एक आरोपी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया, जिसने जून में जम्मू-कश्मीर में कटरा के पास तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर हुए आतंकी हमले के लिए रसद सहायता मुहैया कराई थी। इस घटना में आठ तीर्थयात्रियों और बस चालक की मौत हो गई थी।
जम्मू में राष्ट्रीय जांच एजेंसी की विशेष अदालत के समक्ष दाखिल आरोप पत्र में हकम खान उर्फ हकीम दीन पर विभिन्न दंड प्रावधानों और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए हैं।
एनआईए ने कहा कि हकम ने हमले के पीछे की साजिश का हिस्सा होने की बात कबूल की है, जिसे उसके सक्रिय रसद समर्थन से तीन आतंकवादियों ने अंजाम दिया था।
एनआईए ने कहा कि आतंकवादियों को भोजन और आश्रय प्रदान करने के अलावा, उसने उन्हें हमले की जगह की पहचान करने में भी मदद की थी।
यह हमला 9 जून को हुआ था, जब अज्ञात आतंकवादियों ने झंडी मोड़ के पास कांडा पहुंचने पर बस पर गोलीबारी की थी। घटना के समय, बस शिव खोरी, रनसू से तीर्थयात्रियों को लेकर कटरा जा रही थी।
गोलीबारी के कारण बस चालक के सिर पर गोली लगने से वह नियंत्रण खो बैठा। इसके बाद बस गहरी खाई में जा गिरी, जिससे कई लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और कई घायल हो गए। इस हमले में आठ तीर्थयात्री और बस चालक की मौत हो गई और 41 तीर्थयात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हमले का उद्देश्य आम जनता और तीर्थयात्रा के लिए जम्मू-कश्मीर आने वाले लोगों में आतंक फैलाना था।
जांच का जिम्मा संभालने के बाद एनआईए ने विस्तृत जांच और सबूतों की जांच के बाद हाकम को गिरफ्तार कर लिया। पिछले महीने जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रियासी जिले में शिव खोरी मंदिर की सुरक्षा की व्यापक समीक्षा की थी। मंदिर परिसर और आस-पास के इलाकों की सुरक्षा समीक्षा की गई थी, क्योंकि मंदिर में हर दिन हजारों श्रद्धालु आते हैं। पुलिस ने बताया कि 9 जून को तीर्थयात्री शिव खोरी मंदिर से दर्शन करके कटरा लौट रहे थे, तभी आतंकवादियों ने तेरयाथ गांव में उनकी बस पर हमला कर दिया।