नई दिल्ली, 17 दिसंबर
मंगलवार को एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में डीप ब्रेन स्टिम्युलेटर्स (डीबीएस) बाजार में 2033 तक 10 प्रतिशत से अधिक की अनुमानित चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) देखने का अनुमान है।
डेटा और एनालिटिक्स कंपनी ग्लोबलडेटा की रिपोर्ट में भारत में मूवमेंट डिसऑर्डर के बढ़ते प्रसार को इस वृद्धि के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। इसके अलावा, कई रोगियों को उचित सर्जिकल हस्तक्षेप तक पहुंचने में असमर्थता के कारण उपचार में काफी अंतर आ गया है।
डीप ब्रेन स्टिमुलेशन (डीबीएस) पार्किंसंस रोग, मिर्गी और अन्य न्यूरोलॉजिकल रोगों सहित बीमारियों के लिए व्यापक रूप से उपयोग किया जाने वाला उपचार है। यह प्रणाली मस्तिष्क के विशिष्ट भागों में सीधे विद्युत प्रवाह भेजने के लिए एक प्रत्यारोपित उपकरण का उपयोग करती है। इलेक्ट्रोड विद्युत आवेग उत्पन्न करते हैं जो मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में सुधार करते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में रिचार्जेबल डीप ब्रेन स्टिम्युलेटर बाजार 2024 में एशिया-प्रशांत बाजार का लगभग 8 प्रतिशत होगा।
इसे बढ़ते रोगी आधार, लागत लाभ, कुशल न्यूरोसर्जन और विस्तारित स्वास्थ्य देखभाल बुनियादी ढांचे द्वारा मजबूत किया गया है।