नई दिल्ली, 28 दिसम्बर
एक अध्ययन से पता चला है कि जो लोग पूरी जिंदगी अकेले रहना पसंद करते हैं, वे शादीशुदा या दीर्घकालिक रिश्ते में रहने वाले लोगों की तुलना में आर्थिक और चिकित्सकीय रूप से नुकसान में हो सकते हैं।
जर्नल साइकोलॉजिकल साइंस में प्रकाशित अध्ययन से पता चलता है कि जो लोग अकेले रहते हैं उन्हें रिश्तों में रहने वालों की तुलना में जीवन में कम संतुष्टि मिलती है। इससे पता चला कि एकल लोगों में साझेदार लोगों की तुलना में अलग-अलग व्यक्तित्व लक्षण होते हैं।
ये निष्कर्ष एकल लोगों के लिए सहायक नेटवर्क विकसित करने की आवश्यकता की ओर इशारा करते हैं। जर्मनी में ब्रेमेन विश्वविद्यालय की टीम ने कहा, यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि लोग बूढ़े हो जाते हैं और दूसरों पर अधिक निर्भर हो जाते हैं।
प्रमुख लेखकों में से एक और विश्वविद्यालय में वरिष्ठ शोधकर्ता जूलिया स्टर्न ने कहा, "जब मतभेद होते हैं, तो वे बुजुर्ग लोगों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो सकते हैं, जो अधिक स्वास्थ्य समस्याओं और वित्तीय समस्याओं का सामना करते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "उन्हें अधिक मदद की ज़रूरत है और मदद आम तौर पर पार्टनर की होती है।"