चेन्नई, 31 दिसंबर
तमिलनाडु पुलिस ने चेन्नई और उसके उपनगरों में नए साल की पूर्व संध्या के जश्न के दौरान कानून और व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन और सीसीटीवी निगरानी से लैस 25,000 कर्मियों को तैनात किया है।
सुरक्षा व्यवस्था में ग्रेटर चेन्नई पुलिस (जीसीपी), तांबरम और अवाडी शहर पुलिस से पुलिस शामिल है। कुल बल में से 19,000 पुलिसकर्मी, 1,500 होमगार्ड की सहायता से जीसीपी सीमा के अंतर्गत तैनात रहेंगे। तांबरम और अवाडी शहर पुलिस प्रत्येक 3,000 कर्मियों को तैनात करेगी।
चेन्नई शहर की सीमा के भीतर मरीना, संथोम, इलियट्स और नीलंकरई समुद्र तटों सहित तटीय क्षेत्रों, साथ ही तांबरम शहर की सीमा में पनैयूर और कोवलम पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
पुलिस ने सार्वजनिक स्थानों और आवासीय क्षेत्रों सहित सभी स्थानों पर पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है। आवासीय क्षेत्रों और अपार्टमेंट में लाउडस्पीकर का उपयोग भी प्रतिबंधित है, जिसके लिए पुलिस और संबंधित विभागों से पूर्व अनुमति की आवश्यकता होगी।
ग्रेटर चेन्नई पुलिस के एक बयान के अनुसार, चेन्नई, तांबरम और अवाडी शहर की पुलिस सीमा में 500 से अधिक स्थानों पर चेकपॉइंट स्थापित किए गए हैं।
इसके अतिरिक्त, यातायात की निगरानी और उल्लंघन को रोकने के लिए तांबरम में 425 वाहन निरीक्षण दल तैनात किए गए हैं।
कुल 37 दल नशे में वाहन चलाने और अवैध बाइक रेसिंग को रोकने के लिए जाँच करेंगे। सड़क सुरक्षा दल जनता की सहायता करने और सुरक्षा जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए दोपहिया वाहनों पर सड़कों पर गश्त करेंगे।
तांबरम शहर की पुलिस ने बाइक रेसिंग को रोकने के लिए ईसीआर, ओएमआर और जीएसटी सड़कों जैसे क्षेत्रों में 15 निगरानी दल स्थापित किए हैं।
रेत क्षेत्रों में अस्थायी पुलिस सहायता बूथ स्थापित किए जाएंगे, जबकि सुरक्षा सुदृढ़ीकरण और ड्रोन कैमरे अतिरिक्त सतर्कता सुनिश्चित करेंगे।
तमिलनाडु पुलिस विभाग, तटरक्षक और मरीना बीच लाइफगार्ड्स ने समुद्र तट से सटे क्षेत्रों में चेतावनी बोर्ड लगाने सहित सुरक्षा उपाय लागू किए हैं।
प्रमुख सभा स्थलों के पास चिकित्सा कर्मियों के साथ एम्बुलेंस स्टैंडबाय पर रहेंगी।
यह व्यापक तैनाती वर्ष की शुरुआत में कानून और व्यवस्था के मुद्दों पर तमिलनाडु पुलिस की आलोचना के मद्देनजर की गई है।
5 जुलाई, 2024 को बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के अध्यक्ष और एक प्रमुख दलित नेता के. आर्मस्ट्रांग की हत्या ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया था।
आर्मस्ट्रांग की हत्या के मामले में आरोपी थिरुवेंगदम सहित हिस्ट्रीशीटरों की हत्या के बाद चेन्नई शहर की पुलिस को भी लोगों की आलोचना का सामना करना पड़ा।