गुरुग्राम 8 जनवरी
साइबर फ्रॉड के एक आरोपी ने पुलिस हिरासत से भागने के लिए होटल की बालकनी से छलांग लगा दी, लेकिन सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौत हो गई।
साइबर फ्रॉड के एक मामले की जांच के दौरान मध्य प्रदेश पुलिस ने मंगलवार को सोहना के धुनेला गांव की एक सोसायटी से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
ग्वालियर पुलिस साइबर क्राइम मामले में गिरफ्तार चार आरोपियों के साथ सोहना के सामान्य बस स्टैंड के सामने एक होटल की तीसरी मंजिल पर ठहरी हुई थी।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "मंगलवार दोपहर करीब एक बजे बिहार के मधेपुरा जिले के सुखशीन गांव निवासी आरोपी हिमांशु ने शौच के लिए जाने की इजाजत मांगी, लेकिन वह बगल की बालकनी की तरफ चला गया। पुलिस हिरासत से भागने के लिए उसने बालकनी के सामने लगे खंभे पर लगे तार के सहारे छलांग लगा दी। लेकिन कूदते समय वह तार को पकड़ नहीं सका और गिर गया।
खंभे के साथ घसीटे जाने के दौरान उसका सिर जमीन से टकरा गया। उसे गंभीर चोटें आईं।" पुलिस टीम उसे सोहना अस्पताल ले गई, जहां पहुंचने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता संदीप कुमार ने कहा: "शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, जो बुधवार को किया जाएगा।" मध्य प्रदेश पुलिस की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने एक बयान में कहा कि आरोपी ने हिरासत से भागने की कोशिश की। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पिछले साल दिसंबर में गुरुग्राम पुलिस की एक टीम ने उद्योग विहार, फेज-2 में एक अवैध कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया था और इस सिलसिले में 18 लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने कहा कि कॉल सेंटर एक अकाउंटिंग कंपनी की फर्जी वेबसाइट बनाकर तकनीकी सहायता प्रदान करने के बहाने अमेरिकी नागरिकों को ठगता था।