चंडीगढ़, 31 जनवरी
पंजाब के प्रमुख खेल आयोजनों में से एक किला रायपुर ग्रामीण ओलंपिक 2025 का शुक्रवार को पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामलों के मंत्री तरुणप्रीत सिंह सोंद ने किला रायपुर स्टेडियम में खेलों का उद्घाटन किया। अपने संबोधन में सोंद ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। "सरकार खेल-अनुकूल माहौल को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास कर रही है, जिसमें पंजाब के पिछले खेल गौरव को बहाल करने को प्राथमिकता दी जा रही है।" सोंद ने यह भी घोषणा की कि सरकार ने इन खेलों के आयोजन के लिए 75 लाख रुपये का पर्याप्त बजट रखा है, जिससे राज्य में खेलों और एथलीटों को काफी लाभ होगा।
उन्होंने उम्मीद जताई कि यह आयोजन राज्य के हर कोने से प्रतिभाओं को सामने लाकर खेल संस्कृति स्थापित करने में सकारात्मक योगदान देगा। इसके अतिरिक्त, उन्होंने उल्लेख किया कि सरकार ने ओलंपिक और अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले एथलीटों के लिए नकद पुरस्कार भी बढ़ाए हैं। इसके अतिरिक्त, वार्षिक 'खेड़ा वतन पंजाब दियां' कार्यक्रम को युवाओं से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। मंत्री ने घोषणा की कि सरकार जल्द ही किला रायपुर ग्रामीण ओलंपिक में बैलगाड़ी दौड़ फिर से शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि ये दौड़ लोकप्रिय रही हैं और खेलों में एक प्रमुख आकर्षण रही हैं। सरकार इस बारे में अधिसूचना जारी करने पर विचार कर रही है और उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री से सहयोग का अनुरोध भी किया है।
सोंड ने खेल प्रेमियों को इस भव्य आयोजन को देखने के लिए स्टेडियम में इकट्ठा होने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि ग्रामीण ओलंपिक बच्चों, युवाओं, वरिष्ठ नागरिकों और अन्य सभी को विभिन्न खेलों में अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक मंच प्रदान करता है। उन्होंने उपायुक्त जितेंद्र जोरवाल के नेतृत्व में जिला प्रशासन की सराहना की, जिन्होंने आयोजन और इसके प्रतिभागियों दोनों के लिए पर्याप्त व्यवस्था की।
उद्घाटन दिवस पर सभी आयु वर्ग के खिलाड़ियों ने 10 गतिविधियों में भाग लिया, जिनमें पुरुष और महिला हॉकी मैच, 14 वर्ष से कम और 17 वर्ष से कम आयु की लड़कियों के लिए कबड्डी, लड़के और लड़कियों के लिए 60 मीटर और 100 मीटर दौड़, पुरुष और महिलाओं के लिए 1,500 मीटर दौड़, 400 मीटर दौड़ हीट और फाइनल, खो-खो मैच, पुरुषों के लिए वॉलीबॉल, निशानेबाजी स्पर्धाओं के अलावा विभिन्न पारंपरिक ग्रामीण खेल शामिल थे।