चंडीगढ़, 20 फरवरी
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने घोषणा की है कि आलू उत्पादकों को अब भावांतर भरपाई योजना का लाभ मिलेगा।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने गुरुवार को बताया कि इस योजना के तहत किसानों को 2023-24 के लिए बकाया 46.34 करोड़ रुपये वितरित किए गए हैं।
इसके अलावा, किसानों को सलाह दी गई है कि यदि आलू की कीमतें गिरती हैं, तो उन्हें अपनी उपज और आय की सुरक्षा के लिए कोल्ड स्टोरेज में अपनी फसल को स्टोर करने पर विचार करना चाहिए।
सरकार ने भावांतर भरपाई योजना शुरू की, जिसका उद्देश्य राज्य में किसानों को जोखिम मुक्त बनाना है।
इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य थोक बाजारों में बिक्री मूल्यों में गिरावट के कारण किसानों को होने वाले वित्तीय नुकसान से बचाना है।
इस योजना के तहत कुल 21 बागवानी फसलें शामिल हैं, जिनमें पांच फल, 14 सब्जी और दो मसाला फसलें शामिल हैं।
इस योजना के तहत बागवानी फसलों की उत्पादन लागत के आधार पर संरक्षित मूल्य निर्धारित किया जाता है।
यदि मंडियों में बिक्री के दौरान इन फसलों के बाजार मूल्य संरक्षित मूल्य से कम हो जाते हैं, तो संरक्षित मूल्य और बिक्री मूल्य के बीच के अंतर को प्रोत्साहन सहायता के रूप में किसानों को मुआवजा दिया जाता है।
इस योजना के शुरू होने के बाद से, 315,614 किसानों ने इस योजना के तहत 702,220 एकड़ भूमि पंजीकृत की है, जिसमें 24,385 किसानों को 110 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता प्रदान की गई है।
लाभ प्राप्त करने के लिए, किसानों को अपनी फसलों को 'मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल' पर पंजीकृत करना होगा, जिसे बाद में बागवानी विभाग द्वारा सत्यापित किया जाता है।
जब फसल को बाजार में ले जाया जाता है, तो गेट पास जारी किया जाता है और इसके आधार पर 'जे फॉर्म' प्रदान किया जाता है। भूमि मालिक, पट्टेदार और किरायेदार भी इस योजना का लाभ उठाने के पात्र हैं।
सरकार गांव के चौकीदारों के कल्याण के लिए भी प्रतिबद्ध है, जिनका मासिक पारिश्रमिक 7,000 रुपये से बढ़ाकर 11,000 रुपये कर दिया गया है।
इसके अलावा, सरकार उनके लिए पहचान पत्र जारी करने पर भी काम कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उन्हें अपने कर्तव्यों का पालन करते समय किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े। ग्रामीण चौकीदार संघ के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव साकेत कुमार ने उन्हें आश्वासन दिया कि चौकीदारों के रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी। वर्तमान में, राज्य में 7,301 चौकीदार हैं, जिनमें से 4,927 भरे जा चुके हैं।