श्री फतेहगढ़ साहिब/28 फरवरी:
(रविंदर सिंह ढींडसा)
देश भगत यूनिवर्सिटी, मंडी गोबिंदगढ़ में एनाटॉमी-2025 की चौथी अंतर्राष्ट्रीय उत्तरी क्षेत्र संगोष्ठी और सिर और गर्दन की एनाटॉमी के लिए नैदानिक और शल्य चिकित्सा दृष्टिकोण पर चौथी सीएमई सह कार्यशाला सफलतापूर्वक संपन्न हुई।देश भगत डेंटल कॉलेज और अस्पताल के एनाटॉमी विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम में नैदानिक एनाटॉमी के क्षेत्र के विशेषज्ञों, विद्वानों और छात्रों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई।इस कार्यक्रम का विषय था क्लिनिकल एनाटॉमी में एकीकृत दृष्टिकोण: जेनेटिक्स, सार्वजनिक स्वास्थ्य और पोषण को जोडऩा, जिसका उद्घाटन देश भगत यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. ज़ोरा सिंह और प्रो-कुलपति डॉ. तजिंदर कौर ने किया।इस कार्यक्रम में प्रतिष्ठित विशेषज्ञ शामिल हुए, जिनमें डॉ. दीप्ति गर्ग (ऑस्ट्रिया), डॉ. इंद्रजोत सिंह (सीएमसी लुधियाना) और डॉ. नवजोत कौर (आदेश विश्वविद्यालय) शामिल थे, जिन्होंने व्यावहारिक कार्यशालाओं और सतत चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) सत्रों का नेतृत्व किया, जिससे उपस्थित लोगों के लिए सीखने का अनुभव समृद्ध हुआ।इसके अतिरिक्त, गायक प्रिंस इंद्रप्रीत सिंह की सांस्कृतिक संध्या ने कार्यक्रम को जीवंत बना दिया, तथा उपस्थित लोगों को तनाव मुक्त होने और जश्न मनाने का अवसर प्रदान किया।
समापन सत्र के दौरान, डॉ. रमनदीप कौर और सुश्री शेरिन को सरदार लाल सिंह मेमोरियल फैकल्टी यंग साइंटिस्ट अवार्ड से सम्मानित किया गया, जबकि डॉ. निताश गुप्ता और सुश्री सुखमन कौर को अनुसंधान और शिक्षा के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए माता जरनैल कौर मेमोरियल यंग रिसर्च स्कॉलर अवार्ड से सम्मानित किया गया।यह भव्य कार्यक्रम सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, सम्मान समारोहों और आभार की अभिव्यक्तियों के साथ संपन्न हुआ, जिससे प्रतिभागी प्रेरित हुए और एक-दूसरे से जुड़े।