चंडीगढ़, 1 मार्च
पंजाब में सीमा पार तस्करी को एक बड़ा झटका देते हुए अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने दो ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से 4 किलोग्राम हेरोइन बरामद की है, यह जानकारी शनिवार को पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने दी।
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान करनपाल सिंह (37) और रंजीत सिंह (36) के रूप में हुई है, जो तरनतारन जिले के खेमकरण के अधिकार क्षेत्र में स्थित सीमावर्ती गांवों के रहने वाले हैं।
हेरोइन की एक बड़ी खेप बरामद करने के अलावा, पुलिस टीमों ने उनकी मोटरसाइकिल भी जब्त कर ली है, जिस पर वे सवार थे।
डीजीपी यादव ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि कुख्यात पाकिस्तान स्थित तस्कर ने ड्रोन का उपयोग करके ड्रग की खेप को ले जाने के लिए फिरोजपुर सेक्टर का इस्तेमाल किया था।
उन्होंने कहा कि इस मामले में आगे की जांच जारी है।
पुलिस आयुक्त (अमृतसर) गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने ऑपरेशन का ब्यौरा साझा करते हुए बताया कि विश्वसनीय खुफिया सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई करते हुए एडीसीपी (जांच) नवजोत सिंह, एसीपी (जासूस) हरमिंदर सिंह और एसीपी (नारकोटिक) ललित शर्मा की निगरानी में एक पुलिस दल ने एक विशेष अभियान चलाया और अमृतसर के झबल रोड पर एक नाके के दौरान आरोपियों को गिरफ्तार किया तथा उनके कब्जे से हेरोइन बरामद की। उन्होंने बताया कि सीमा पार से खेप प्राप्त करने के बाद आरोपी इसे राज्य भर में नशीले पदार्थों की आपूर्ति करने के लिए ड्रग तस्करों को बेचते थे। पुलिस आयुक्त ने इस बात पर जोर दिया कि आपूर्तिकर्ताओं, डीलरों और खरीदारों सहित पूरे ड्रग आपूर्ति नेटवर्क का पता लगाने के लिए एक विस्तृत जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि आरोपियों द्वारा खरीदी और वितरित की गई कुल दवाओं की मात्रा का पता लगाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को ड्रग खतरे के खिलाफ अभियान की घोषणा करते हुए पुलिस आयुक्तों, उपायुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों से तीन महीने में पंजाब को ड्रग मुक्त बनाने को कहा। उन्होंने कहा कि सरकार नशे के मामलों की त्वरित सुनवाई सुनिश्चित करने और दोषियों को सजा दिलाने के लिए विशेष अदालतें स्थापित करेगी।
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि पंजाब पुलिस का कानून व्यवस्था की प्रतिकूल परिस्थितियों से निपटने का एक लंबा और गौरवशाली इतिहास रहा है, और उन्होंने उम्मीद जताई कि पुलिस विभाग अपनी गौरवशाली परंपरा को कायम रखेगा और जनता के सक्रिय समर्थन और सहयोग से राज्य को पूरी तरह से नशा मुक्त बनाएगा।
उन्होंने कहा कि धन की कोई कमी नहीं है और उन्होंने इस उद्देश्य के लिए पुलिस और नागरिक प्रशासन को पूर्ण समर्थन और सहयोग का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि स्कूलों और कॉलेजों में निवारक उपाय किए जाने चाहिए ताकि पंजाब के युवा नशे के अभिशाप का शिकार न हों।
पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि नशे की सप्लाई लाइन को तोड़ा जाना चाहिए और नशा बेचने वालों को सलाखों के पीछे डाला जाना चाहिए।