चंडीगढ़, 4 मार्च
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता बलतेज पन्नू ने एक बड़ा बयान देते हुए आरोप लगाया है कि नशे के खिलाफ पंजाब सरकार की लड़ाई 'युद्ध नशयां विरुद्ध' को जानबूझकर पटरी से उतारने की कोशिश की जा रही है। अपने बयान में पन्नू ने नशीली दवाओं के खतरे से निपटने के लिए मान सरकार द्वारा उठाए गए सक्रिय कदमों को रेखांकित किया और हाल के घटनाक्रमों पर चिंता व्यक्त की, जिनका उद्देश्य इस महत्वपूर्ण लड़ाई से ध्यान भटकाना है।
पन्नू ने कहा, “पंजाब जो पिछली सरकारों की लापरवाही और विफलताओं के कारण लंबे समय से पीड़ित है, अब मान सरकार के नेतृत्व में नशीली दवाओं के खिलाफ एक पेशेवर और अच्छी तरह से तैयार अभियान देख रहा है। हर पुलिस स्टेशन को अपग्रेड किया गया है, चाहे वह वाहनों, इमारतों या इंटरनेट सुविधाओं का मामला हो। इस व्यापक रणनीति के परिणामस्वरूप पिछले कुछ दिनों में नशा आपूर्तिकर्ताओं पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई हुई है। इन अपराधियों के बीच पैदा हुआ डर सिर्फ पंजाब में ही नहीं बल्कि पूरे देश में महसूस किया जा रहा है।
उन्होंने कुछ आंदोलनों के संदिग्ध समय पर भी प्रकाश डाला, जैसे कि तहसीलदारों की सामूहिक छुट्टी और कुछ किसान संगठनों और समूहों द्वारा नए विरोध प्रदर्शन की घोषणा आदि। उन्होंने कहा कि ये घटनाएं नशीली दवाओं के खिलाफ चल रहे युद्ध को खत्म करने के एक जानबूझकर किए गए प्रयास का संकेत देती हैं। सरकार के अभियान द्वारा दवा आपूर्तिकर्ताओं के बीच पैदा हुए व्यापक आतंक का मुकाबला आंदोलन और सामूहिक अवकाश विरोध प्रदर्शनों के माध्यम से सुर्खियां बनाकर किया जा रहा है।
पन्नू ने पंजाब के लोगों से सतर्क रहने और इस तरह के बहकावे में न आने की अपील की। उन्होंने कहा, "नशे के खिलाफ मान सरकार का अभियान एक ऐतिहासिक पहल है। इस लड़ाई का समर्थन करने के लिए हर गांव, व्यक्ति, मोहल्ले, कस्बे और शहर को एक साथ आना चाहिए। यह सुनिश्चित करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि ये साजिशें नशीली दवाओं के खिलाफ युद्ध को पटरी से उतारने में सफल न हो पाए।"
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आम आदमी पार्टी पंजाब से नशीली दवाओं की समस्या को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस मिशन में बाधा डालने के किसी भी प्रयास से वह पीछे नहीं हटेगी। पन्नू ने प्रत्येक पंजाबी से राज्य को नशा मुक्त बनाने की इस लड़ाई में अपनी भूमिका निभाने का आह्वान किया।