चंडीगढ़, 6 मार्च
पंजाब सरकार ने गुरुवार को युद्ध नशियां विरुद्ध अभियान के तहत राज्य भर में कई अवैध संपत्तियों को ध्वस्त कर नशा तस्करों को करारा झटका दिया और पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।
ऐसे ही एक बड़े अभियान में अमृतसर निगम ने पंजाब पुलिस के सहयोग से जेसीबी मशीनों का उपयोग करके नशा तस्करों द्वारा बनाए गए दो मंजिला मकानों और दुकानों को ध्वस्त कर दिया।
पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने अभियान की निगरानी की और नशा तस्करी के खिलाफ संदेश दिया। ध्वस्त की गई संपत्तियां दो नशा तस्करों गुरमीत सिंह और संदीप सिंह उर्फ सोनू की थीं।
गुरमीत सिंह के खिलाफ 325 ग्राम स्मैक और 350 ग्राम हेरोइन जब्त कर तीन मामले दर्ज किए गए हैं। संदीप सिंह के खिलाफ चार मामले दर्ज हैं, जिनमें सराय अमानत खां में तीन और मोहाली में एंटी नारकोटिक्स फोर्स के मामले शामिल हैं।
एक अन्य अभियान में, ड्रग तस्करों की अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई जारी रखते हुए, खन्ना पुलिस ने नगर परिषद अधिकारियों के साथ मिलकर स्थानीय मीट मार्केट में छह संरचनाओं को ध्वस्त कर दिया। ये संपत्तियां नगर परिषद की भूमि पर अवैध रूप से अतिक्रमण करके बनाई गई थीं और कथित तौर पर ड्रग के पैसे से वित्तपोषित की गई थीं। व्यवस्था बनाए रखने और गड़बड़ी को रोकने के लिए पर्याप्त पुलिस कर्मियों की तैनाती के साथ, ध्वस्तीकरण सुचारू रूप से किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ज्योति यादव ने अभियान का नेतृत्व किया और कहा कि छह ड्रग तस्करों द्वारा अवैध अतिक्रमण के बारे में नगर परिषद से रिपोर्ट मिलने के बाद यह ध्वस्तीकरण किया गया।
उन्होंने बताया कि क्षेत्र में प्रमुख ड्रग तस्करों के रूप में जाने जाने वाले दो भाई असलम और सुनील पहले से ही ड्रग से संबंधित पांच मामलों का सामना कर रहे हैं। सुनील बाबा फिलहाल न्यायिक हिरासत में है, जबकि असलम फरार है। शिंदी, मोहेंद्रो, पप्पू और गुलशन सहित अन्य कुख्यात तस्करों पर भी ड्रग तस्करी और अवैध शराब व्यापार से संबंधित मामले दर्ज हैं। उनकी अवैध संपत्तियों को ध्वस्त कर दिया गया है और फरार तस्करों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें चौबीसों घंटे काम कर रही हैं। एसएसपी यादव ने बताया कि इसके अतिरिक्त खन्ना पुलिस ने बुधवार को पायल सब-डिवीजन में नशा तस्करों की तीन संपत्तियों को भी फ्रीज कर दिया है।