बेंगलुरु, 11 मार्च
मंगलवार को आई एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत वेब3 क्षेत्र में तेजी से वैश्विक नेता के रूप में उभर रहा है और 2028 तक दुनिया का सबसे बड़ा वेब3 डेवलपर हब बनने की उम्मीद है।
हैशड इमर्जेंट की नवीनतम ‘इंडिया वेब3 लैंडस्केप’ रिपोर्ट से पता चला है कि देश ने 2024 में डेवलपर भागीदारी में सबसे अधिक साल-दर-साल (YoY) वृद्धि दर्ज की, जिससे GitHub में 4.7 मिलियन से अधिक डेवलपर जुड़े।
यह वैश्विक स्तर पर सभी नए वेब3 डेवलपर्स का 17 प्रतिशत है, जिससे भारत दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा क्रिप्टो डेवलपर बेस बन गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 45.3 प्रतिशत भारतीय वेब3 डेवलपर्स कोडिंग में योगदान देते हैं, 29.7 प्रतिशत बग्स को ठीक करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं और 22.4 प्रतिशत डॉक्यूमेंटेशन पर काम करते हैं।
विकास के लोकप्रिय क्षेत्रों में गेमिंग, नॉन-फंजिबल टोकन (NFT), विकेंद्रीकृत वित्त (DeFi) और वास्तविक दुनिया की संपत्ति (RWA) शामिल हैं।
भारत के वेब3 डेवलपर्स का एक महत्वपूर्ण हिस्सा नए लोग हैं, जिनमें से 50 प्रतिशत से अधिक ने पिछले दो वर्षों में इस क्षेत्र में प्रवेश किया है। उनमें से अधिकांश 27 वर्ष से कम आयु के हैं।
हैकाथॉन - एक ऐसा आयोजन जहां कंप्यूटर प्रोग्रामर मिलकर कुछ नया बनाने के लिए मिलकर काम करते हैं - डेवलपर्स के लिए प्राथमिक प्रवेश द्वार बना हुआ है।
हालांकि, वेब3 फर्म ओडिशा, भुवनेश्वर, चेन्नई और केरल के विश्वविद्यालयों के साथ भी सक्रिय रूप से सहयोग कर रही हैं ताकि छात्रों को ब्लॉकचेन तकनीक से जल्दी परिचित कराया जा सके।