चंडीगढ़, 15 मार्च
पंजाब पुलिस के मोहाली स्थित राज्य विशेष अभियान प्रकोष्ठ (एसएसओसी) ने पाकिस्तान स्थित आईएसआई समर्थित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के आतंकवादी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा के तीन और गुर्गों को गिरफ्तार किया है, पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने शनिवार को यहां बताया।
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान महाराष्ट्र के नांदेड़ निवासी जगजीत सिंह उर्फ जग्गी और शुभम खेलबुडे तथा रोपड़ निवासी गुरदीप सिंह उर्फ दीपा के रूप में हुई है।
पुलिस टीमों ने दो हथियार भी बरामद किए हैं, जिनमें 15 कारतूसों के साथ एक 12 बोर पंप-एक्शन बंदूक और आठ कारतूसों के साथ एक .32 बोर पिस्तौल शामिल है।
यह घटनाक्रम नांदेड़ हत्या मामले के सिलसिले में जगदीश सिंह उर्फ जग्गा, शुभदीप सिंह उर्फ शुभ और सचिनदीप सिंह उर्फ सचिन की पहले की गिरफ्तारियों के बाद हुआ है।
इन नवीनतम गिरफ्तारियों के साथ, इस मामले में गिरफ्तार किये गये व्यक्तियों की कुल संख्या बढ़कर छह हो गई है।
डीजीपी यादव ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी जगजीत ने हत्या मामले में शामिल शूटरों के लिए रसद, सुरक्षित आवास और समन्वय की सुविधा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसका मास्टरमाइंड सीमा पार से रिंदा था।
जांच में जेल में बंद गैंगस्टर दिलप्रीत उर्फ बाबा की भूमिका भी सामने आई है, जो रिंदा का पुराना सहयोगी है, जिसने आरोपियों के लिए पंजाब में सुरक्षित पनाहगाहों की व्यवस्था की थी।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किया गया आतंकवादी जगजीत सिंह हत्या, हत्या का प्रयास, जबरन वसूली के लिए धमकी और डराने-धमकाने से संबंधित मामलों में वांछित है, जबकि खेलबुड़े नांदेड़ में धमकी और जबरन वसूली से संबंधित मामलों में वांछित है और गिरफ्तारी से बचने के लिए पंजाब आया था। उन्होंने बताया कि आरोपी जगजीत सिंह और खेलबुडे रिंदा के निर्देश पर हथियारों की खरीद, जबरन वसूली, रसद सहायता और नांदेड़ में अपने अन्य गुर्गों को आश्रय देने सहित विभिन्न अवैध गतिविधियों के समन्वय में सक्रिय रूप से शामिल थे।
डीजीपी ने कहा कि तीसरे गिरफ्तार व्यक्ति गुरदीप सिंह को भगोड़े जगजीत सिंह और खेलबुडे को आश्रय और रसद सहायता प्रदान करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। डीजीपी ने कहा कि आरोपियों को भागने में मदद करने तथा उनकी गतिविधियां जारी रखने में भी उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।