कोडरमा (झारखंड), 1 अप्रैल
झारखंड के कोडरमा जिले के छतरबार गांव में कलश यात्रा में भाग ले रही महिलाओं पर मंगलवार को पत्थरों से हमला किया गया।
धार्मिक अनुष्ठान के तहत सिर पर कलश लेकर निकली महिलाएं भिक्षा मांग रही थीं, तभी अज्ञात लोगों ने छतों से पत्थर फेंके, जिससे कई कलश क्षतिग्रस्त हो गए।
घटना की जानकारी मिलने पर सैकड़ों ग्रामीण विरोध में मौके पर एकत्र हो गए, जिससे इलाके में तनाव बढ़ गया।
दोनों पक्षों के लोगों के मौके पर पहुंचने से स्थिति टकरावपूर्ण हो गई। अधिकारियों ने तुरंत हस्तक्षेप किया और कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए छतरबार और उसके आसपास के इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया।
कलश यात्रा समुदाय द्वारा आयोजित यज्ञ अनुष्ठान की तैयारियों का हिस्सा थी, जो कोडरमा पुलिस थाने के अंतर्गत चेचाई गांव में 9 अप्रैल से 17 अप्रैल तक होने वाला है।
करीब 60 महिलाएं सात नजदीकी गांवों में धार्मिक अनुष्ठान के तहत भक्ति गीत गाते हुए भिक्षा मांगने निकली थीं, तभी हमला हुआ।
घटना की सूचना मिलने के बाद चेचाई गांव से बड़ी संख्या में लोग लाठी-डंडों से लैस होकर हमले का विरोध करने के लिए मौके पर पहुंचे। इसके बाद टकराव शुरू हो गया और विरोधी पक्ष के लोग भी वहां पहुंच गए, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।
इसके जवाब में कोडरमा जिला मुख्यालय से एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अतिरिक्त बल के साथ पहुंचे। पुलिस ने महिलाओं को सुरक्षित बाहर निकाला और छतरबार गांव के चौक के पास भीड़ को तितर-बितर किया।
चेचाई गांव के निवासियों ने हमले के लिए जिम्मेदार लोगों की तत्काल पहचान और कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने इसे धार्मिक आस्था और परंपरा पर हमला बताया है।
अधिक तनाव को रोकने के लिए अधिकारियों ने इलाके में निगरानी के लिए ड्रोन तैनात किए हैं।
एसडीपीओ सिंह ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस सक्रियता से जांच कर रही है और अपराधियों की पहचान कर रही है।