जम्मू, 1 अप्रैल
अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास एक बारूदी सुरंग विस्फोट हुआ, जिसके बाद इलाके में मौजूद भारतीय सेना के जवानों ने जवाबी फायरिंग की।
अधिकारियों ने बताया कि पुंछ के कृष्णा घाटी (केजी) सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास संदिग्ध परिस्थितियों में बारूदी सुरंग विस्फोट हुआ।
सेना ने जवाबी फायरिंग की। एक अधिकारी ने कहा, "अभी तक सेक्टर में किसी के हताहत होने या नुकसान की खबर नहीं है।" उन्होंने कहा कि संदिग्ध विस्फोट के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
पुंछ की घटना ऐसे समय में हुई है जब कठुआ जिले में 23 मार्च से आतंकवाद विरोधी अभियान चल रहा है।
कठुआ में तीन आतंकवादियों के अभी भी लापता होने की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने जम्मू संभाग के सीमावर्ती जिलों पुंछ, राजौरी, सांबा, जम्मू और कठुआ में सतर्कता बढ़ा दी है।
कठुआ के सानियाल के वन क्षेत्र में दो आतंकवादी मारे गए, जहां पांच आतंकवादियों के एक समूह को देखा गया था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पांच आतंकवादियों के इस समूह ने हाल ही में भारतीय सीमा में घुसपैठ की थी और अब वे कठुआ जिले के ऊंचे इलाकों में जाने की कोशिश कर रहे थे।
संयुक्त बलों ने तलाशी अभियान के क्षेत्र का विस्तार किया है और इसके चलते सोमवार शाम को आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच थोड़ी देर के लिए गोलीबारी हुई।
पुंछ और राजौरी में 'तलाशी और विनाश' अभियान भी शुरू किया गया है। पिछले साल विदेशी भाड़े के आतंकवादियों ने पुलिस, सेना और सुरक्षा बलों के खिलाफ कई कायराना हमले किए थे।
आतंकवादी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में सीमा पार बैठे अपने आकाओं के निर्देशों के अनुसार जम्मू संभाग में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।
अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा बलों ने भी अपनी रणनीति में बदलाव किया है और वे इलाकों में अपनी मजबूत उपस्थिति बनाए हुए हैं, जिससे छिपे हुए आतंकवादी भाग रहे हैं।
पुंछ, राजौरी, रामबन, उधमपुर और रियासी जिलों में जंगली इलाकों और पहाड़ों की चोटियों पर सीआरपीएफ के 4,000 से अधिक प्रशिक्षित पैरा कमांडो और जवानों को तैनात किया गया है।
जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चौबीसों घंटे गश्त की जा रही है ताकि घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम किया जा सके और सबसे खराब स्थिति में घुसपैठ की कोशिश करने वाले आतंकवादियों को तुरंत पकड़ा जा सके।