पटियाला, 14 अप्रैल
पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला के अध्यापकों और विद्यार्थियों ने सोमवार को पंजाब के मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप योजना के लिए 429.24 करोड़ रुपए के फंड वितरण की प्रशंसा की ताकि विद्यार्थियों को गुणात्मक उच्च शिक्षा प्रदान करके भारतीय संविधान के मुख्य निर्माता बाबा साहब डॉ. बी.आर. अंबेडकर के सपनों को साकार किया गया।
अपने विचार साझा करते हुए मालेरकोटला की प्रभजीत कौर ने कहा कि वह बी.सी.ए. ऑनर्स की छात्रा हैं और उनके पिता मजदूर हैं। उनके लिए पांच भाई-बहनों की पढ़ाई का खर्च उठाना मुश्किल था। उन्होंने कहा कि मुख्य मंत्री के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के प्रयासों के कारण वह उच्च शिक्षा प्राप्त कर पाई हैं। उन्होंने कहा कि पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप योजना ने उनकी किस्मत बदल दी, जिसके लिए वह बाबा साहब अंबेडकर और राज्य सरकार की आभारी हैं।
बी.सी.ए. ऑनर्स की एक अन्य छात्रा मुस्कान देवी ने कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि राज्य सरकार बाबा साहिब डॉ. बी.आर. अंबेडकर की विरासत को आगे बढ़ा रही है ताकि विशेष रूप से कमजोर और पिछड़े वर्गों के युवाओं को सशक्त बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने उनके सपनों को पंख दिए हैं, जिससे वे राज्य की सामाजिक-आर्थिक प्रगति में सक्रिय भागीदार बन पाए हैं।
बी.टेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग की गुरलीन कौर ने कहा कि पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप योजना ने प्रत्येक छात्र को उनके सपनों को पूरा करने में बहुत मदद की है। उन्होंने कहा कि वे बाबा साहिब और राज्य सरकार की ऋणी हैं, जिन्होंने शिक्षा के माध्यम से उन्हें सशक्त बनाया।
फिजियोथेरेपी विभाग की प्रोफेसर रविंदर कौर ने पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप योजना की मुख्य विशेषताओं को याद किया। उन्होंने विद्यार्थियों को सशक्त बनाने और उनके सपनों को पूरा करने के लिए समय पर स्कॉलरशिप प्रदान करने के लिए मुख्य मंत्री का धन्यवाद भी किया।
एक अन्य शिक्षिका डॉ. जगप्रीत कौर ने कहा कि वह इस बात की साक्षी हैं कि इस योजना का लाभ कई छात्रों को मिला है। उन्होंने कहा कि इस स्कॉलरशिप योजना के कारण कमजोर और पिछड़े वर्गों के कई छात्र शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पेशेवर कोर्स की फीस नियमित कोर्सों की तुलना में अधिक होती है, जिसके कारण पोस्ट मैट्रिक योजना छात्रों के लिए लाभकारी साबित हो रही है।