बठिंडा/चंडीगढ़, 21 अप्रैल
बठिंडा जिले के गोनियाना ब्लॉक के पंचायतों ने मान सरकार के नशे के खिलाफ अभियान युद्ध नशयां विरूद्ध' के समर्थन में एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। सभी सरपंचों ने एक पास किया है कि गांवों में नशा बेचने वालों का सामूहिक बहिष्कार किया जाएगा और उसे किसी भी तरह की कोई सामाजिक सहायता नहीं दी जाएगी।
प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि अब पंचायतें अपने स्तर पर भी नशा तस्करों को पकड़ कर पुलिस को सौंपेगी और उसपर कानूनी कार्रवाई करने में मदद करेगी। वहीं नशा छोड़ने वाले लोगों को पंचायतें सम्मानित करेगी और उन्हें सामान्य जीवन में वापस आने के लिए हरसंभव मदद भी करेगी।
आम आदमी पार्टी पंजाब के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता नील गर्ग ने इस प्रस्ताव की सराहना की और सभी सरपंचों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी आंदोलन तभी सफल होता है जब उसे आम लोगों का समर्थन मिलता है। इसलिए यह फैसला आप सरकार द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे मुहिम के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अब गांवों में नशा नहीं, बदलाव आएगा और पंजाब पूरी तरह नशामुक्त बनेगा।
उन्होंने कहा कि नशा मुक्त पंजाब बनने के बाद ही युवाओं का भविष्य सुरक्षित हो पाएगा और समाज की प्रगति होगी। इसलिए इस मुहिम में पंचायतों और नौजवानों का सहयोग बेहद महत्वपूर्ण है और हमें खुशी है कि वे खुद आगे आकर सरकार का सहयोग कर रहे हैं।
गर्ग ने कहा कि मान सरकार पंजाब से नशे को पूरी तरह खत्म करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। सरकार डिमांड और सप्लाई दोनों को टारगेट कर 360 डिग्री रणनीति के साथ काम कर रही है। पिछले दो महीने में हजारों नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है और हजारों पर एनडीपीएस एक्ट के तहत एफआईआर की गई है। वहीं हेरोइन अफीम गांजा भुक्की समेत हजारों किलो नशीले पदार्थ जब्त किए गए हैं।
इसके अलावा नशा से पीड़ित व्यक्तियों के इलाज के लिए हर तरह की व्यवस्था के साथ सभी नशा मुक्ति केन्द्रों को सुचारू रूप कार्यरत कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार अपने स्तर पर पूरी ईमानदारी के साथ काम कर रही है, जब आमलोगों की भागीदारी इसी तरह बढ़ने लगेगी तब यह अभियान अभूतपूर्व सफलता प्राप्त करेगा और पंजाब पूरी तरह नशा मुक्त राज्य बन जाएगा।