श्रीनगर, 23 अप्रैल
मंगलवार को हुए आतंकवादी हमले में 16 लोगों की नृशंस हत्या के बाद व्यापक निंदा और पूर्ण विरोध बंद के कारण बुधवार को कश्मीर घाटी में मातम छा गया।
मारे गए 16 लोगों में 2 स्थानीय और 2 विदेशी शामिल हैं, जो मंगलवार को आतंकवादियों द्वारा किए गए घातक नरसंहार में फंसे पर्यटकों में से थे।
राजनीतिक, धार्मिक, सामाजिक और पेशेवर संगठनों द्वारा मंगलवार दोपहर पहलगाम के बैसरन मैदान में आतंकवादियों द्वारा निर्दोष लोगों की नृशंस हत्या की निंदा करने के बाद बुधवार को पूरी घाटी में सभी व्यापार, यात्रा, उद्योग, परिवहन और शैक्षणिक संस्थान बंद रहे।
हत्यारों के क्रूर व्यवहार के बारे में अब भयावह विवरण सामने आ रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि आतंकवादियों ने पुरुषों को महिलाओं और बच्चों से अलग कर दिया।
पुरुषों से 'कलमा (एक मुस्लिम प्रार्थना)' पढ़ने के लिए कहा गया। गैर-मुस्लिमों के रूप में पहचाने जाने वाले लोगों को नजदीक से गोली मारी गई, जबकि दो स्थानीय लोगों को भी गोली मार दी गई, जिन्होंने कथित तौर पर हत्यारों के क्रूर और अमानवीय व्यवहार का विरोध किया था।
मुख्य रूप से कर्नाटक, महाराष्ट्र, यूपी और गुजरात के पर्यटक इस आतंकी हमले के शिकार हुए।
रिपोर्ट में कहा गया है कि दो स्थानीय लोगों ने निर्दोष नागरिकों की हत्या करने के उनके क्रूर व्यवहार को लेकर हत्यारों से बहस की थी।
मृतकों में हरियाणा के एक नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल शामिल हैं, जिनकी 16 अप्रैल को शादी हुई थी। बिहार के एक आईबी अधिकारी मनीष रंजन भी मारे गए नागरिकों में शामिल हैं।