कोलकाता, 24 अप्रैल
पहलगाम में आतंकी हमले में शहीद हुए इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के अधिकारी मनीष रमन मिश्रा की याद में गुरुवार को पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के झालदा में 12 घंटे की हड़ताल चल रही है।
मिश्रा अपनी पत्नी, बेटे और बेटी के साथ हैदराबाद में रहते थे, लेकिन उनकी जड़ें झालदा से जुड़ी हैं, जहां उन्होंने अपने स्कूली दिन बिताए थे। उनके माता-पिता सहित उनके परिवार के अन्य सदस्य अभी भी झालदा में उनके पैतृक निवास पर रहते हैं।
सुबह 6 बजे से शुरू हुई हड़ताल का आह्वान दो संगठनों - झालदा नागरिक मंच (झालदा नागरिक मंच) और झालदा क्रिकेट एसोसिएशन ने किया था।
झालदा के निवासी मिश्रा की याद में शांतिपूर्ण और सहज रूप से हड़ताल कर रहे हैं।
दुकानें और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी सुबह से बंद रहे।
मृतक आईबी अधिकारी का पार्थिव शरीर पहले रांची हवाई अड्डे पर लाया गया। इसके बाद उनकी पत्नी उनके पार्थिव शरीर के साथ झालदा के लिए रवाना होंगी।
पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार के मिश्रा के अंतिम संस्कार में शामिल होने की उम्मीद है।
मिश्रा रांची में तैनात थे और हाल ही में उनका तबादला हैदराबाद में हुआ था।
झालदा में रहने वाले उनके परिवार के अन्य सदस्यों ने बताया कि मिश्रा अपनी पत्नी, बेटे और बेटी के साथ पहलगाम पहुंचे थे और उनकी वैष्णो देवी जाने की योजना थी। वे 15 अप्रैल को अपने परिवार के साथ लंबी छुट्टी पर हैदराबाद से चले गए थे।
झालदा में मिश्रा के स्कूल के सहपाठियों ने बताया कि मिश्रा अपने क्रिकेट कौशल और शांत व्यवहार के कारण अपने शिक्षकों और दोस्तों के बीच काफी लोकप्रिय थे।
मंगलवार को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी।
प्रतिबंधित आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की शाखा द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
इस नृशंस हमले को अंजाम देने वाले तीन संदिग्ध आतंकवादियों की पहचान आसिफ फूजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा के रूप में की गई है।