नई दिल्ली, 25 अप्रैल
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया सिंह पटेल ने शुक्रवार को विश्व मलेरिया दिवस पर कहा कि सरकार 'मलेरिया मुक्त भारत' के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में लगातार काम कर रही है।
विश्व मलेरिया दिवस हर साल 25 अप्रैल को इस बीमारी के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। इस साल की थीम "मलेरिया हमारे साथ खत्म होता है: पुनर्निवेश, पुनर्कल्पना, पुनर्प्रज्वलित" का उद्देश्य मलेरिया उन्मूलन की दिशा में प्रगति में तेजी लाने के लिए वैश्विक नीति से लेकर सामुदायिक कार्रवाई तक सभी स्तरों पर प्रयासों को फिर से सक्रिय करना है।
पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर, मलेरिया जैसी घातक बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाना और इसे मिटाने के लिए सामूहिक प्रयास करना हम सभी की जिम्मेदारी है।"
उन्होंने कहा, "भारत सरकार 'मलेरिया मुक्त भारत' के लक्ष्य की दिशा में लगातार काम कर रही है। आइए हम सब मिलकर इस अभियान को सफल बनाएं।" मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है जो मादा एनोफिलीज मच्छरों द्वारा मनुष्यों में फैलती है। इसे रोका जा सकता है और इसका इलाज किया जा सकता है।
भारत का लक्ष्य 2030 तक मलेरिया को खत्म करना है। सरकार 2027 तक मलेरिया के मामलों को शून्य करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पिछले साल दिसंबर में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा जारी नवीनतम विश्व मलेरिया रिपोर्ट 2024 से पता चला है कि भारत ने मलेरिया उन्मूलन में बड़ी प्रगति हासिल की है, जिसमें 2017 और 2023 के बीच मामलों में 69 प्रतिशत की गिरावट और मौतों में 68 प्रतिशत की कमी आई है।