नई दिल्ली, 28 अप्रैल
इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद (ईईपीसी) द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, 31 मार्च, 2025 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए भारत के इंजीनियरिंग सामान निर्यात में 6.74 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जो 116.67 बिलियन डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया।
इंजीनियरिंग निर्यात का कुल मूल्य 2023-24 में 109.30 बिलियन डॉलर रहा, जबकि इससे पहले का रिकॉर्ड स्तर वित्त वर्ष 2021-22 में 112.10 बिलियन डॉलर था।
वित्त वर्ष 2025 में भारतीय इंजीनियरिंग निर्यात के लिए अमेरिका नंबर एक गंतव्य बना रहा, लेकिन यूएई, सिंगापुर, नेपाल, जापान और फ्रांस में निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई।
वित्त वर्ष 2024 में 17.62 बिलियन डॉलर से वित्त वर्ष 2025 में अमेरिका को इंजीनियरिंग सामान निर्यात 8.7 प्रतिशत बढ़कर 19.15 बिलियन डॉलर हो गया। भारत के कुल व्यापारिक निर्यात में इंजीनियरिंग निर्यात की हिस्सेदारी 2024-25 में बढ़कर 26.67 प्रतिशत हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष में 25.01 प्रतिशत थी। ईईपीसी इंडिया के चेयरमैन पंकज चड्ढा ने कहा, "भारतीय इंजीनियरिंग निर्यात का प्रदर्शन 2024-25 में उल्लेखनीय रहा, क्योंकि यह भू-राजनीतिक उथल-पुथल और प्रमुख विकसित एवं उभरते देशों में आर्थिक मंदी के बाद अत्यधिक वैश्विक अनिश्चितता के दौर में हुआ। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत सहित अपने दर्जनों व्यापार भागीदारों पर आयात शुल्क बढ़ाने के फैसले से यह और बढ़ गया।"