इस्लामाबाद, 26 अक्टूबर
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA), देश की राष्ट्रीय ध्वजवाहक कंपनी, गंभीर परिचालन और वित्तीय संकट का सामना कर रही है, क्योंकि तकनीकी समस्याओं के कारण इसके 33 विमानों के बेड़े में से केवल आधे ही घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ान सेवाओं के लिए उपलब्ध हैं।
सूत्रों के अनुसार, वर्तमान में केवल 16 PIA विमान ही उड़ान के लिए तैयार हैं, जबकि 17 विमान स्पेयर पार्ट्स की कमी, इंजन की जांच और अन्य कारणों से खड़े हैं।
इसमें काफी संख्या में बोइंग 777 शामिल हैं। रिपोर्टों के अनुसार, PIA बेड़े में 12 बोइंग 777 में से केवल पांच ही अभी परिचालन में हैं।
इसके अलावा, PIA के 16 एयरबस A320 में से केवल 10 ही सेवा में हैं, साथ ही एक ATR भी है।
राष्ट्रीय ध्वजवाहक कंपनी के प्रबंधन की लापरवाही के कारण PIA की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। एयरलाइन के पास निष्क्रिय विमानों की मरम्मत या स्पेयर पार्ट्स खरीदने के लिए संसाधनों की कमी है, जिससे पहले से ही गंभीर स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
PIA को ऐसे समय में गंभीर वित्तीय और परिचालन संकट का सामना करना पड़ रहा है, जब सरकार 30 अक्टूबर को सरकारी स्वामित्व वाली PIA कॉर्पोरेशन की अंतिम नीलामी करने वाली है।
सूत्रों का कहना है कि नीलामी की तारीख नजदीक आने के साथ ही PIA प्रबंधन और भी लापरवाह हो गया है।
PIA के निजीकरण का फैसला शहबाज शरीफ सरकार ने फरवरी 2024 में लिया था। यह प्रक्रिया अगले सप्ताह पूरी हो जाएगी।
संचार के संसदीय सचिव गुल असगर खान ने कहा, "यह प्रक्रिया निजीकरण की विस्तृत संरचना के तहत की जाने वाली एक लंबी कवायद है।" उन्होंने कहा, "इस प्रक्रिया में मंत्री की अध्यक्षता वाले निजीकरण आयोग बोर्ड और सचिव निजीकरण आयोग सहित विभिन्न संस्थान शामिल हैं। पीआईए के निजीकरण के फैसले को निजीकरण पर कैबिनेट समिति ने मंजूरी दी थी। पीआईए की परिसंपत्तियों को अलग रखा गया है क्योंकि इसकी परिचालन परिसंपत्तियों को अलग कर दिया गया है जबकि अंतिम नीलामी 30 अक्टूबर को पीआईए कॉरपोरेशन के तहत होगी।"