नई दिल्ली, 13 नवंबर
घरेलू राइड-शेयरिंग प्लेटफॉर्म रैपिडो ने पिछले वित्त वर्ष (FY24) में 371 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया, जो वित्त वर्ष 23 में 675 करोड़ रुपये था।
नियंत्रित व्यय ने कंपनी को वित्त वर्ष 2023 में 675 करोड़ रुपये से वित्त वर्ष 24 में घाटे में लगभग 45 प्रतिशत की कटौती करने में मदद की, क्योंकि नियोजित पूंजी पर रिटर्न (आरओसीई) और ईबीआईटीडीए मार्जिन क्रमशः -90.7 प्रतिशत और -52.5 प्रतिशत था।
अपने वित्तीय आंकड़ों के अनुसार, स्विगी समर्थित प्लेटफॉर्म ने पिछले वित्त वर्ष में 1 रुपये कमाने के लिए 1.65 रुपये खर्च किए।
इसका परिचालन राजस्व वित्त वर्ष 2023 में 443 करोड़ रुपये के मुकाबले वित्त वर्ष 24 में लगभग 46 प्रतिशत बढ़कर 648 करोड़ रुपये हो गया।
इसकी परिवहन सेवाओं ने परिचालन राजस्व का 55.9 प्रतिशत बनाया, जो वित्त वर्ष 24 में 48.4 प्रतिशत बढ़कर 362 करोड़ रुपये हो गया। रैपिडो ने कर्मचारी लागत 16.9 प्रतिशत घटाकर 172 करोड़ रुपये कर दी।
कंपनी रजिस्ट्रार के वित्तीय आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का बैंक बैलेंस (नकद समकक्षों को छोड़कर) 88 प्रतिशत घटकर 16.39 करोड़ रुपये हो गया।
सितंबर में, रैपिडो ने अपनी सीरीज ई फंडिंग में 200 मिलियन डॉलर जुटाए, जिससे इसका मूल्यांकन 1.1 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया। फंडिंग राउंड का नेतृत्व वेस्टब्रिज कैपिटल ने किया था, और इसमें मौजूदा निवेशक नेक्सस के साथ-साथ नए निवेशकों थिंक इन्वेस्टमेंट्स और इनवस अपॉर्चुनिटीज की भी भागीदारी देखी गई थी।