अमृतसर, 2 दिसंबर
बहुप्रतीक्षित तनखैया फैसले से पहले शिरोमणि अकाली दल के पूर्व अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल आज व्हीलचेयर पर अमृतसर में श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचे।
व्हीलचेयर पर बैठे अकाली नेता जब सिख समुदाय की सर्वोच्च सीट पर पहुंचे तो उनके साथ कई वरिष्ठ शिअद नेता और पार्टी समर्थक भी थे।
यह यात्रा सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ आरोपों पर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के फैसले के संबंध में महत्वपूर्ण अटकलों के बीच हो रही है। यह मामला पंजाब के उपमुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान सिख धार्मिक मानदंडों के कथित उल्लंघन से संबंधित है। बादल ने पहले माफी मांगी थी और विनम्रता के साथ तख्त के निर्देश को स्वीकार करने की इच्छा व्यक्त की थी।
तनखैया फैसले की घोषणा ने सिख भक्तों और राजनीतिक पर्यवेक्षकों का समान रूप से ध्यान आकर्षित किया है। उम्मीद है कि अकाल तख्त जत्थेदार एक निर्देश जारी करेंगे जो न केवल बादल के राजनीतिक भविष्य बल्कि सिख समुदाय के भीतर धार्मिक अनुशासन की धारणा को भी प्रभावित कर सकता है।
शिअद नेतृत्व को सिख सिद्धांतों के विरोधाभासी माने जाने वाले निर्णयों से जुड़ी घटनाओं पर आलोचना का सामना करना पड़ा है। समुदाय के कई लोग आगामी फैसले को सिख परंपराओं की पवित्रता बनाए रखने में एक महत्वपूर्ण क्षण के रूप में देखते हैं।