नई दिल्ली, 24 दिसंबर
भारतीय स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक महत्वपूर्ण वर्ष में, 13 नए जमाने की कंपनियों ने अपनी आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) लॉन्च की, क्योंकि स्टार्टअप ने शेयर बाजार से संचयी रूप से 29,200 करोड़ रुपये से अधिक जुटाए।
जब आईपीओ की बात आती है, तो यह आंकड़ा 2021 में 10, 2022 में छह और 2023 में छह था।
इस साल 13 स्टार्टअप्स ने कैश मार्केट से कुल मिलाकर 29,247 करोड़ रुपये जुटाए। इसमें से फ्रेश इश्यू करीब 14,672 करोड़ रुपये और 14,574 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (OFS) था।
आईपीओ में फ्रेश इश्यू के तहत जुटाया गया पैसा सीधे कंपनी को जाता है। वहीं, ओएफएस के तहत जुटाया गया पैसा सीधे कंपनी के निवेशकों और प्रमोटरों के पास जाता है।
13 स्टार्टअप आईपीओ में से 10 मेनबोर्ड और 3 एसएमई आईपीओ थे।
स्टार्टअप आईपीओ में टीएसी सिक्योरिटी, यूनिकॉमर्स, मोबिक्विक, टीबीओ टेक, इक्सिगो, ट्रस्ट फिनटेक, फर्स्टक्राई, मेनहुड, औफिस, स्विगी, डिजिट इंश्योरेंस, ब्लैकबक और ओला इलेक्ट्रिक शामिल हैं।
स्टार्टअप कंपनियों में सबसे बड़ा आईपीओ ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी ने 11,327.43 करोड़ रुपये का पेश किया था। स्विगी के शेयर 7.69 फीसदी प्रीमियम के साथ 420 रुपये के भाव पर शेयर बाजार में लिस्ट हुए.