नई दिल्ली, 27 दिसंबर
सरकार ने शुक्रवार को कहा कि वर्ष 2024 में वैश्विक तकनीकी मंच पर भारत की स्थिति को मजबूत करने के लिए चार नई सेमीकंडक्टर विनिर्माण इकाइयां और तीन 'परम रुद्र' सुपर कंप्यूटर सहित कई अन्य पहल की गईं।
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (टीईपीएल) के 91,526 करोड़ रुपये के निवेश के साथ भारत में सेमीकंडक्टर फैब सुविधा स्थापित करने के प्रस्ताव को फरवरी 2024 में मंजूरी दी गई थी।
फैब सुविधा पीएसएमसी, ताइवान के साथ प्रौद्योगिकी साझेदारी में स्थापित की जाएगी। परियोजना की उत्पादन क्षमता लगभग 50,000 वेफर स्टार्ट प्रति माह (डब्ल्यूएसपीएम) होगी।
भारत में 27,120 करोड़ रुपये के निवेश के साथ ओएसएटी सुविधा स्थापित करने के टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (टीईपीएल) के प्रस्ताव को उसी महीने मंजूरी दी गई थी। यह सुविधा प्रति दिन 48 मिलियन की उत्पादन क्षमता के साथ स्वदेशी सेमीकंडक्टर पैकेजिंग प्रौद्योगिकियों का उपयोग करेगी।
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के अनुसार, 7,584 करोड़ रुपये के निवेश के साथ भारत में ओएसएटी सुविधा स्थापित करने के सीजी पावर एंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशंस लिमिटेड के प्रस्ताव को भी फरवरी 2024 में मंजूरी दे दी गई थी।
यह सुविधा रेनेसास इलेक्ट्रॉनिक्स अमेरिका, यूएस और स्टार्स माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक, थाईलैंड के साथ एक संयुक्त उद्यम साझेदारी के रूप में स्थापित की जाएगी।