ढाका, 25 मार्च
बांग्लादेश में सैन्य शासन लागू होने या आपातकाल की स्थिति की संभावना को लेकर अटकलें बढ़ रही हैं, साथ ही सैन्य अधिग्रहण की चर्चा जोर पकड़ रही है। सेना और प्रशासन तथा छात्र नेतृत्व वाले आंदोलनों के बीच बढ़ते तनाव के बीच चिंताएं बढ़ रही हैं कि सेना मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के खिलाफ कदम उठा सकती है।
ढाका में बांग्लादेशी सेना की तैनाती ने तख्तापलट की अफवाहों को और हवा दे दी है। रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि बांग्लादेशी सेना की सावर स्थित 9वीं डिवीजन के सैनिकों को जुटाया जा रहा है और उन्होंने चरणबद्ध तरीके से राजधानी में प्रवेश करना शुरू कर दिया है।
देश के प्रमुख मीडिया आउटलेट, नॉर्थईस्ट न्यूज के अनुसार, सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों का सुझाव है कि सेना विशेष रूप से ढाका में नियंत्रण मजबूत करना चाह रही है।
हालांकि, बढ़ती अटकलों को शांत करने के प्रयास में, सेना प्रमुख जनरल वेकर-उज-जमान ने सोमवार को अफवाहों को खारिज कर दिया और धैर्य रखने का आग्रह किया।
ढाका छावनी में 'अधिकारी अभिभाषण' में देश भर के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए जनरल वेकर ने सेना के समर्पण, व्यावसायिकता और लचीलेपन की सराहना की और इस बात पर जोर दिया कि गलत सूचनाओं को ध्यान भटकाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
उनकी यह टिप्पणी उस रात के बाद आई है जब देश में राजनीतिक घटनाक्रमों के चलते मार्शल लॉ या आपातकालीन शासन लागू किए जाने के बारे में गहन अटकलें लगाई जा रही थीं।