नई दिल्ली, 29 मार्च
अपनी एक्ट ईस्ट नीति के तहत भारत ने शनिवार को म्यांमार को 15 टन से अधिक राहत सामग्री भेजी। शुक्रवार को आए शक्तिशाली भूकंपों के बाद व्यापक पैमाने पर मौतें और विनाश हुआ। भूकंप में 600 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है और मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है।
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक पोस्ट में कहा कि 'ऑपरेशन ब्रह्मा' के तहत भारत ने शुक्रवार के भीषण भूकंप से प्रभावित म्यांमार के लोगों की सहायता के लिए सबसे पहले प्रतिक्रिया दी।
रणधीर जायसवाल ने शनिवार को पोस्ट किया, "हमारी 15 टन राहत सामग्री की पहली खेप यांगून पहुंच गई है, जिसमें टेंट, कंबल, स्लीपिंग बैग, खाने के पैकेट, स्वच्छता किट, जनरेटर और आवश्यक दवाएं शामिल हैं।"
भारत ने वायुसेना स्टेशन हिंडन से भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के सी-130जे विमान में सवार होकर म्यांमार को राहत सामग्री भेजी।
सूत्रों के अनुसार, राहत पैकेज में टेंट, स्लीपिंग बैग, कंबल, खाने के लिए तैयार भोजन, वाटर प्यूरीफायर, स्वच्छता किट, सोलर लैंप, जनरेटर सेट और पैरासिटामोल, एंटीबायोटिक्स, सीरिंज, दस्ताने और पट्टियाँ जैसी आवश्यक दवाएँ शामिल हैं।
भारतीय दूतावास स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहा है और उसने कहा कि अभी तक किसी भी भारतीय के घायल होने की कोई रिपोर्ट नहीं है।