रायपुर, 31 मार्च
सुरक्षा बलों ने छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा-बीजापुर सीमा के पास मुठभेड़ स्थल से एक महिला माओवादी का शव बरामद किया है, साथ ही हथियार, जिसमें एक इंसास राइफल, अन्य गोला-बारूद और दैनिक उपयोग की सामग्री शामिल है, अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
सुरक्षा बलों की एक टीम दंतेवाड़ा और बीजापुर जिलों के सीमावर्ती क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी।
अधिकारियों ने बताया कि सुबह 9 बजे से माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच लगातार गोलीबारी जारी है।
छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा-बीजापुर सीमा को सबसे संवेदनशील माओवादी प्रभावित क्षेत्र माना जाता है।
20 मार्च को सुरक्षा बलों ने दो अलग-अलग मुठभेड़ों में 30 माओवादियों को मार गिराया था - दंतेवाड़ा-बीजापुर सीमा के पास 26 और कांकेर में चार। इसके अलावा, 25 मार्च को सुरक्षा बलों ने दंतेवाड़ा-बीजापुर सीमा के पास भीषण मुठभेड़ में तीन माओवादियों को मार गिराया था।
इंद्रावती नदी के किनारे हुई यह मुठभेड़ अगले साल तक भारत को नक्सल मुक्त बनाने के उद्देश्य से चल रहे माओवादी विरोधी अभियान में एक महत्वपूर्ण सफलता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छत्तीसगढ़ दौरे से पहले रविवार को 50 माओवादियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। एक दिन पहले दंतेवाड़ा जिले में 15 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में शामिल होने का संकल्प लिया था। माओवादियों ने 'लोन वर्राटू' (घर वापस आओ) अभियान के तहत आत्मसमर्पण किया, जिसे जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) द्वारा गांवों में बड़े पैमाने पर प्रचारित किया गया है।