नई दिल्ली, 31 मार्च
बढ़ते साइबर खतरों और ऑनलाइन घोटालों के बीच, नई डिजिटल जन शक्ति पहल भारत के डिजिटल भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी, यह बात केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कही।
सेठ ने साइबरपीस, एक अग्रणी साइबर सुरक्षा गैर-लाभकारी संगठन द्वारा भारत की पहली यूनिकॉर्न इनमोबी के सहयोग से डिजिटल जन शक्ति पहल का उद्घाटन करते हुए यह बात कही।
इस अग्रणी पहल का उद्देश्य भारत भर में युवाओं और वंचित समुदायों के बीच डिजिटल सुरक्षा और साइबर सुरक्षा कौशल को बढ़ाना है।
सेठ ने कहा, "'डिजिटल जन शक्ति' पहल भारत के डिजिटल भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ऐसे युग में जहां साइबर खतरे तेजी से विकसित हो रहे हैं, मैं इनमोबी और साइबरपीस को इस पहल के लिए बधाई देता हूं जो हमारे युवाओं और वंचित समुदायों को साइबर सुरक्षा कौशल से सशक्त बनाएगी।" उन्होंने कहा कि यह पहल “न केवल आवश्यक है; यह अनिवार्य है, और ये प्रयास डिजिटल विभाजन को पाटने और यह सुनिश्चित करने में एक लंबा रास्ता तय करेंगे कि कोई भी नागरिक ऑनलाइन घोटालों के प्रति असुरक्षित न रहे।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुरक्षित और उत्पादक इंटरनेट के दृष्टिकोण के अनुरूप, ‘डिजिटल जन शक्ति’ पहल का उद्देश्य भारत के युवाओं और वंचित समुदायों को साइबर लचीलेपन के साथ सशक्त बनाना है।
इनमोबी की ग्लोबल एसवीपी और चीफ कॉरपोरेट अफेयर्स ऑफिसर डॉ. सुबी चतुर्वेदी ने कहा, “बढ़ते साइबर खतरों, खासकर ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसे खतरनाक घोटालों के मद्देनजर, यह प्रयास जागरूकता पैदा करने, सुरक्षित ऑनलाइन प्रथाओं को बढ़ावा देने और डिजिटल रूप से सतर्क समाज बनाने का प्रयास करता है।”